चूरू. राजगढ़ एसएचओ विष्णुदत्त विश्नोई के आत्महत्या करने के मामले में अब सियासत तेज हो गई है. चूरू सांसद राहुल कस्वां दिल्ली से राजगढ़ पंहुच गए हैं. पूर्व सांसद राम सिंह कस्वां मामले की उच्चस्तरीय जांच को लेकर थाने के सामने ही धरने पर बैठ गए हैं.
राजगढ़ पंहुचे उपनेता प्रतिपक्ष व चूरू विधायक राजेंद्र राठौड़ ने स्थानीय विधायक कृष्णा पूनिया का नाम लिए बगैर गंभीर आरोप लगाए हैं. वहीं पुलिस के आला अधिकारियों को लेकर कहा है कि पुलिस अधिकारी बगैर रीढ़ की हड्डी के अफसर हैं. यही कारण रहा है कि राजनैतिक सरंक्षण में काम नहीं करने वाला जाबांज अफसर पुलिस ने खो दिया है.
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स्थानीय विधायक एसएचओ पर स्थानांतरण का बना रही थी दवाब
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने स्थानीय विधायक कृष्णा पूनिया का नाम लिए बगैर गंभीर आरोप लगाए हैं. राठौड़ ने कहा है कि स्थानीय विधायक एसएचओ के स्थानांतरण को लेकर दबाव बना रही थी. राजगढ़ की जनता व सामाजिक संगठनों के कारण यह नहीं हो सका. राठौड़ ने कहा कि एसएचओ विष्णुदत्त ने दबाव और तनाव में इस तरह का कदम उठाया है. उन्होंने ऐसा क्यों किया यह जांच होनी चाहिए. इस घटना के जिम्मेदार रहे लोगों के चेहरे सामने आने चाहिए. राठौड़ ने मामले की निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.
राजनीतिक संरक्षण का साथ नहीं दिया
राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में पुलिस और अपराधियों का गठजोड़ है. इस गठजोड़ को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है. राजगढ़ एसएचओ विष्णुदत्त ने इस तरह के राजनीतिक संरक्षण का साथ नहीं दिया. साथ ही राठौड़ ने सरकार से मांग की है कि विश्नोई के परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए.