चूरू. जिला मुख्यालय के राकीय लोहिया पीजी कॉलेज में पिछले तीन साल से महीने की पहली तारीख को नो व्हीकल डे रहता है. इसकी शुरूआत कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. जेबी खान ने की थी. उन्होंने अपने स्तर पर ये शुरूआत की थी, जिसे अब अन्य कॉलेजों का साथ मिल रहा है. इसे अब जिला प्रशासन ने भी इसे लागू कर दिया है.
रोजाना सड़कों पर दौड़ते वाहनों की भीड़ से होने वाले पर्यावरण प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए जेबी खान के मन में तीन साल पहले ये ख्याल आया. जिसके तहत उन्होंने कार और बाइक से कॉलेज आने की जगह महीने में एक दिन साइकिल से कॉलेज आना शुरू किया.
जिसके बाद उन्होंने अपना यह प्लान कॉलेज के प्रिंसिपल और दूसरे साथी शिक्षकों को बताया. जिसके बाद सभी ने कॉलेज के विद्यार्थियों से बातचीत कर हर महीने की पहली तारीख को कॉलेज में नो व्हीकल डे रखने का फैसला लिया, जिसे कॉलेज में सराहा गया.
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वहीं, अब पर्यावरण संरक्षण की इस मुहिम को कॉलेज से बाहर लाने के लिए जिला कलेक्टर संदेश नायक को बताया गया. कलेक्टर को यह प्लान बेहद अच्छा लगा और उन्होंने महीने की पहली तारीख को कलेक्ट्रेट में स्वेच्छिक नो व्हीकल डे घोषित कर दिया. जिसके बाद अब कई अधिकारी और कर्मचारी हर महीने की पहली तारीख को बगैर व्हीकल के पैदल या साइकिल से ऑफिस आते हैं.
साइकिल रैली के जरिए संदेश
अब इस मुहिम से चूरू शहर के आम लोगों को जोड़ने के लिए शहर में साइकिल रैली के इवेंट किए जा रहे है. NCC कैडेट्स और कॉलेज के विद्यार्थी छोटे-छोटे ग्रुप में शहर में साइक्लिंग करते रहते हैं. इसके लिए चूरू साइकिल क्लब का भी सहयोग लिया जा रहा है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से की मुलाकात
जेबी खान ने पर्यावरण संरक्षण और पेट्रोल-डीजल की बचत करने के लिए इस तरह के प्रयास की जानकारी राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को दी. जिसके बाद खाचरियावास ने एक दिन के लिए इसे परिवहन विभाग में स्वेच्छिक तौर पर लागू कर दिया. प्रदेश के दूसरे विभागों में भी इसे स्वेच्छिक रूप से लागू करने के लिए डॉ. जेबी खान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मुलाकात की. मुख्यमंत्री गहलोत ने आश्वासन दिया है, कि वे इसे प्रदेश के सरकारी कार्यालयों में स्वेच्छिक रूप से लागू करवाने का प्रयास करेंगे.