रतनगढ़ (चूरू). राजकीय चिकित्सालय रतनगढ़ में शनिवार को प्रसव के बाद प्रसूता की मौत पर परिजनों ने जमकर बवाल मचाया. परिजनों का आरोप है कि चिकित्सक की गफलत और लापरवाही से प्रसूता की मौत हुई है.
जानकारी के मुताबिक छाबड़ी मीठी निवासी 35 वर्षीय दीपा कंवर के प्रसव पीड़ा होने पर उसे परिजनों द्वारा राजकीय चिकित्सालय रतनगढ़ में लाया गया. जहां पर साधारण प्रसव से स्वस्थ बच्चे ने जन्म दिया. प्रसव के करीब आधे घंटे बाद चिकित्सकों ने प्रसूता को इंजेक्शन लगाया. उसके तुरन्त बाद प्रसूता ने दम तोड़ दिया, जिस पर आक्रोशित परिजनों ने राजकीय चिकित्सालय में हंगामा खड़ा करते हुए जमकर प्रदर्शन किया और शव लेने से इनकार कर दिया.
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परिजनों और ग्रामीणों की मांग है कि प्रसूता का मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम हो. साथ ही दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. हरिप्रसाद दायमा ने बताया कि चिकित्सकों की लापरवाही से प्रसुता की मौत हुई है. जब तक मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम और दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तब तक शव को नहीं उठाया जाएगा.
मृतका के जेठ नरपत सिंह ने बताया कि साधारण प्रसव के बाद चिकित्सकों द्वारा लगाए गए इंजेक्शन से प्रसुता की मौत हुई है. राजकीय चिकित्सालय के पीएमओ राजेंद्र गौड़ द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाने की बात पर परिजन मान गए. इस संबंध में परिजनों ने कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस थाने में भी लिखित रिपोर्ट दी है.