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चूरू में जमीनों के सौदों पर भी कोरोना का असर, अनलॉक-1 के दौरान नहीं हो रही पहले जितनी रजिस्ट्री - लॉकडाउन का असर

चूरू में जमीनों के सौदों पर भी कोरोना संक्रमण और उसके चलते हुए लॉकडाउन का असर पड़ता नजर आ रहा है. अनलॉक-1 के दौरान उस संख्या में रजिस्ट्री नहीं हो रही है, जितनी लॉकडाउन से पहले हुआ करती थी. ज्यादा रजिस्ट्री नहीं होने से राज्य सरकार के रेवेन्यू पर भी असर पड़ा है.

Property Business in Churu, चूरू न्यूज़
चूरू में अब ज्यादा नहीं हो रही जमीन की रजिस्ट्री
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Published : Jun 14, 2020, 8:12 PM IST

चूरू. कोरोना संक्रमण के चलते लगाए गए लॉकडाउन का असर प्रॉपर्टी बिजनेस पर भी पड़ा है. जिले में जमीनों के सौदों पर लॉक लगा नजर आ रहा है. पंजीयन कार्यालय के आंकड़े भी यही बता रहे हैं. चूरू पंजीयन कार्यालय में कोरोना से पहले हर दिन करीब 12 रजिस्ट्री हो रही थी. लेकिन, अब हर दिन मुश्किल से 4 रजिस्ट्री हो रही है.

चूरू में अब ज्यादा नहीं हो रही जमीन की रजिस्ट्री

उप पंजीयन कार्यालय के मुताबिक कोरोना संक्रमण के कारण लगाए गए लॉकडाउन से पहले जनवरी से मार्च तक करीब 700 रजिस्ट्री हुई थी. यानी कि हर दिन करीब 12 रजिस्ट्री हुई. लेकिन, लॉकडाउन में छूट के बाद 5 जून तक 50 ही रजिस्ट्री हुई है. इससे साफ है कि कोरोना संक्रमण के कारण जिले में प्रॉपर्टी व्यवसाय को नुकसान हुआ है. वहीं, रजिस्ट्री नहीं होने से राज्य सरकार के रेवेन्यू पर भी असर पड़ा है.

राजस्व में लाखों का नुकसान

उप पंजीयन कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक जमीनों के सौदे नहीं होने से रजिस्ट्री की संख्या घट गई है. ऐसे में राजस्व विभाग को का लाखों का नुकसान हो रहा है. जनवरी माह में 67 लाख रुपये, फरवरी महीने में 86 लाख रुपये और मार्च में 86 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था. वहीं, अब लॉकडाउन में छूट के बाद 50 रजिस्ट्री होने से महज 15 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है.

प्रॉपर्टी के भाव भी गिरे

कोरोना संक्रमण के कारण प्रोपर्टी के भावों में भी गिरावट हुई है. लोग जमीन बेचने के लिए तैयार हैं, लेकिन खरीददार नहीं मिल रहे हैं. प्रॉपर्टी व्यवसाय से जुड़े लोगों को भी आर्थिक नुकसान हो रहा है. कुछ प्रॉपर्टी व्यवसायियों के नए प्रोजेक्ट भी अटक गए हैं.

लोगों की रुचि हुई कम

कोरोना संक्रमण के कारण रजिस्ट्री कम हो गई है. पहले लॉकडाउन के कारण रजिस्ट्री बंद थी. लेकिन, अब लोग जमीनों के क्रय-विक्रय में रुचि नहीं दिखा रहे हैं. लॉकडाउन के कारण जो रजिस्ट्री पेंडिंग थी, वो ही पिछले कुछ दिनों में हुई है.

चूरू. कोरोना संक्रमण के चलते लगाए गए लॉकडाउन का असर प्रॉपर्टी बिजनेस पर भी पड़ा है. जिले में जमीनों के सौदों पर लॉक लगा नजर आ रहा है. पंजीयन कार्यालय के आंकड़े भी यही बता रहे हैं. चूरू पंजीयन कार्यालय में कोरोना से पहले हर दिन करीब 12 रजिस्ट्री हो रही थी. लेकिन, अब हर दिन मुश्किल से 4 रजिस्ट्री हो रही है.

चूरू में अब ज्यादा नहीं हो रही जमीन की रजिस्ट्री

उप पंजीयन कार्यालय के मुताबिक कोरोना संक्रमण के कारण लगाए गए लॉकडाउन से पहले जनवरी से मार्च तक करीब 700 रजिस्ट्री हुई थी. यानी कि हर दिन करीब 12 रजिस्ट्री हुई. लेकिन, लॉकडाउन में छूट के बाद 5 जून तक 50 ही रजिस्ट्री हुई है. इससे साफ है कि कोरोना संक्रमण के कारण जिले में प्रॉपर्टी व्यवसाय को नुकसान हुआ है. वहीं, रजिस्ट्री नहीं होने से राज्य सरकार के रेवेन्यू पर भी असर पड़ा है.

राजस्व में लाखों का नुकसान

उप पंजीयन कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक जमीनों के सौदे नहीं होने से रजिस्ट्री की संख्या घट गई है. ऐसे में राजस्व विभाग को का लाखों का नुकसान हो रहा है. जनवरी माह में 67 लाख रुपये, फरवरी महीने में 86 लाख रुपये और मार्च में 86 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था. वहीं, अब लॉकडाउन में छूट के बाद 50 रजिस्ट्री होने से महज 15 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है.

प्रॉपर्टी के भाव भी गिरे

कोरोना संक्रमण के कारण प्रोपर्टी के भावों में भी गिरावट हुई है. लोग जमीन बेचने के लिए तैयार हैं, लेकिन खरीददार नहीं मिल रहे हैं. प्रॉपर्टी व्यवसाय से जुड़े लोगों को भी आर्थिक नुकसान हो रहा है. कुछ प्रॉपर्टी व्यवसायियों के नए प्रोजेक्ट भी अटक गए हैं.

लोगों की रुचि हुई कम

कोरोना संक्रमण के कारण रजिस्ट्री कम हो गई है. पहले लॉकडाउन के कारण रजिस्ट्री बंद थी. लेकिन, अब लोग जमीनों के क्रय-विक्रय में रुचि नहीं दिखा रहे हैं. लॉकडाउन के कारण जो रजिस्ट्री पेंडिंग थी, वो ही पिछले कुछ दिनों में हुई है.

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