चूरू. देश और प्रदेश में बढ़ती मॉब लिंचिंग की घटनाओं और दलितों व महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों के विरुद्ध सोमवार को चूरू में विभिन्न समाज की ओर से इंसाफ रैली निकाली गयी. रैली एमएन अस्पताल से जिला कलेक्ट्रेट तक निकाली गई.
चूरू में सोमवार को मॉब लिंचिंग, दलित अत्याचार और महिला उत्पीड़न के खिलाफ इंसाफ रैली निकाली गई. रैली शहर के नई सड़क स्तिथ मुमताज अस्पताल के पास से रवाना हुई जो नई सड़क, रेलवे स्टेशन होते हुए कलेक्ट्रेट तक पहुंची. रैली में शामिल विभिन्न समाज के लोगों ने आक्रोश जताते हुए जमकर नारेबाजी की और प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया.
ज्ञापन में बताया गया कि भारत मे निरंतर बढ़ रही मॉब लिंचिंग, महिलाओं के प्रति बढ़ रही यौन हिंसा तथा दलित उत्पीड़न की घटनाओं से धर्मनिरपेक्षता का पर्याय रहा राजस्थान भी अब अछूता नहीं रहा है. राजस्थान में इस तरह की बढ़ रही घटनाएं राजस्थान सरकार की विफलता का घोतक है. जिसे राजस्थान में सहिष्णुता में विश्वास रखने वाली आम जनता के मन में संदेह का माहौल व्याप्त है.
इंसाफ रैली के माध्यम से राजस्थान सरकार को लोकतंत्र के वास्तविक नायक आम मतदाताओं की ओर से चेतावनी गई है कि यदि समय रहते इस प्रकार की घटनाओं पर काबू नहीं पाया गया तो जनता के सब्र के बांध को बनाए रखना कठिन होगा. उन्होंने राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि राजस्थान में पुलिस विभाग एवं प्रशासन को चाक-चौबंद कर कानून-व्यवस्था को सख्त करे.
साथ ही मॉब लिंचिंग की रोकथाम हेतु महिलाओं के सम्मान की रक्षा हेतु एवं अनुसूचित जाति व जनजाति के संवैधानिक अधिकारों एवं व्यक्तिगत प्रतिष्ठा की सुनिश्चित स्थापना हेतु कड़े कदम उठाएं. अन्यथा प्रभावी कार्रवाई के अभाव में समाज की ओर से भविष्य में बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा. जिसकी प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से समस्त जिम्मेदारी राजस्थान सरकार की होगी. वहीं रैली कलेक्ट्रेट पहुंचने पर कलेक्ट्रेट के आगे सड़क मार्ग बाधित रहा. जिसे मौके पर पहुंची पुलिस ने खुलवाया.