चूरू. जिला मुख्यालय के कलेक्ट्रेट के आगे बकाया बीमा क्लेम सहित अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले लामबंद हुए किसानों का धरना 15 वें दिन भी जारी रहा. इस दौरान किसानों ने प्रदेश सरकार और बीमा कम्पनियों के खिलाफ नारेबाजी कर अपना विरोध जताया. वहीं कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर भारी पुलिस जाब्ता भी तैनात रहा. अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन कर किसानों ने 23 मार्च को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट के घेराव की चेतावनी दी है.
कलेक्ट्रेट के सामने बड़ी संख्या में एकत्रित हुए इन किसानों का कहना है कि जिले में ढाई लाख किसान बीमित है, लेकिन बीमा क्लेम 45 हजार किसानों को ही दिया गया है. 2 अरब 38 करोड़ का फसल बीमा क्लेम अभी भी बकाया है. वहीं धरने प्रदर्शन के बाद इन किसानों ने अपने 11 सूत्री मांगो का मांग पत्र जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम दिया है. साथ ही विभिन्न मांगों को लेकर वह धरना प्रदर्शन कर अपना विरोध जता रहे हैं.
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किसानों की यह प्रमुख मांगे
- केंद्र सरकार की और से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनाओं में किए गए संशोधन की वजह से इस योजना का मूल स्वरूप बदल दिया गया है, केंद्र सरकार की ओर से प्रीमियम सब्सिडी की कटौती को वापस लिया जाए और इस योजना को किसान हितेषी बनाया जाए
- फसल बीमा क्लेम रबी 2017-18 खरीफ 2018 और रबी 2018-19 का बकाया बीमा क्लेम किसानों को तुरंत दिया जाए
- खरीफ मुआवजा 2017 व 20018 का तुरंत दिया जाए,बिजली की बढ़ी हुई दरें वापस ली जाए, किसानों की भूमि नीलामी पर तुरंत रोक लगाई जाए
- सहकारी बैंक में सभी किसानों को ऋण दिया जाए और रबी फसल की पूरी उपज सरकारी केंद्रों पर खरीदारी की जाए
- जिले में कम बारिश और ओलावृष्टि के कारण रबी 2019-20 के खराबे का आकलन का मुआवजा और फसल बीमा क्लेम दिया जाए