चूरू. जिले के सबसे बड़े राजकीय भर्तिया अस्पताल में चल रहा भ्रष्टाचार का खेल अब खुलकर सामने आ गया है. यहां चूरू एसीबी की टीम ने कारवाई करते हुए चूरू के पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेडिकल कॉलेज के घूसखोर सहायक आचार्य डॉक्टर संदीप अग्रवाल और उसके सहयोगी कंपाउंडर को दस हजार रुपए रिश्वत की राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
आरोपी चिकित्सक रिश्वत की यह राशि पीड़ित को अस्पताल में कोरोना का डर दिखाकर अपने निजी अस्पताल में ऑपरेशन करने की एवज में ले रहा था. एसीबी के एएसपी आंनद प्रकाश स्वामी ने बताया कि गाजर गांव का परिवादी विकास कुमार राजकीय भरतिया अस्पताल में अपनी मां शारदा देवी को दिखाने आया था. परिवादी की मां के स्तन में गांठ होने पर चिकित्सक ने ऑपरेशन करने की बात कही और कहां भर्तिया अस्पताल में कोरोना का खतरा है. यहां ऑपरेशन नहीं हो सकता. आप मेरे निजी अस्पताल बालाजी अस्पताल में आ जाओ ऑपरेशन कर दूंगा और चिकित्सक ने ऑपरेशन के 25 हजार रुपए बता दिए.
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अस्पतालमें दिखाने आए मरीज ने अपनी आर्थिक खस्ताहाल हालत का हवाला दिया और कहा डॉक्टर साहब इतना पैसा में नही जुटा सकता. जिसके बाद आरोपी चिकित्सक दस हजार रुपए में ऑपरेशन करने को तैयार हो गया और गुरुवार को पैसे लेकर आने को कहा जिस पर परिवादी ने चूरू एसीबी में आरोपी चिकित्सक की शिकायत की और एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करवा कर डॉक्टर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया.
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गुरुवार को टीम ने उस वक्त कारवाई को अंजाम दिया जब आरोपी चिकित्सक अपने अस्पताल के ड्यूटी टाइम में अपने निजी अस्पताल में आकर अपने निजी कम्पाउडर राजेंद्र कुमार को यह रिश्वत की राशि दिलवा रहा था, तभी एसीबी ने आरोपी चिकित्सक डॉक्टर संदीप अग्रवाल और उसके सहयोगी कम्पाउंडर को गिरफ्तार कर लिया. एसीबी की यह कारवाई एएसपी आंनद प्रकाश स्वामी की अगुवाई में उनकी टीम ने की है तो मौके पर कोतवाली थानाधिकारी भी कारवाई के बाद पहुंचे और निजी अस्पताल के बाहर पुलिस जाब्ता लगाया.