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पार्षदों द्वारा निकाय प्रमुख का चुनाव जनता की मांग पर: कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष - नगर निकाय अध्यक्ष के चुनाव

प्रदेश में नगर निकाय के प्रमुख के चुनाव सीधे जनता से करवाने वाले 9 महीने पुराने फैसले को बदलने की वजह मकबूल मंडेलिया ने बताया है. कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मकबूल मंडेलिया ने कहा कि जनता की मांग पर यह फैसला लिया गया है.

चुरू की खबर, प्रदेश उपाध्यक्ष मंडेलिया का बयान, churu latest news
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Published : Oct 15, 2019, 11:49 PM IST

Updated : Oct 16, 2019, 1:21 AM IST

चुरू. प्रदेश में नगर निकाय के प्रमुख के चुनाव सीधे जनता की ओर से करवाने के अपने 9 महीने पुराने फैसले से राज्य सरकार के पलटने का कारण कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मकबूल मंडेलिया ने जनता की मांग को बताया है. चूरू में मंडावा उपचुनाव और स्थानीय नगर निकाय के चुनाव की तैयारी को लेकर अपने आवास पर कार्यकर्ताओं की बैठक से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही.

मंडेलिया ने कहा कि नगर निकाय के अध्यक्ष के चुनाव पार्षदों के जरिए करवाने की जनता की और पार्षदों की मांग थी. इसी कारण से सरकार ने यह फैसला लिया है. ना की जम्मू कश्मीर से धारा 300 हटाए जाने के फैसले की वजह से.

निकाय प्रमुख का चुनाव जनता की मांग पर

9 महीने पहले लिया था निर्णय

बता दें कि राज्य में गहलोत सरकार ने 9 महीने पहले नगर निकाय अध्यक्ष के चुनाव डायरेक्ट करवाने का निर्णय लिया था. लेकिन, अब सरकार ने इस फैसले को बदल कर स्थानीय निकाय के प्रमुख के चुनाव भी पार्षदों के जरिए ही कराने का निर्णय लिया है. कांग्रेस ने निकाय प्रमुख के सीधे चुनाव को लेकर विधानसभा चुनाव से पहले अपने घोषणापत्र में भी वादा किया था.

पढ़ें- ये कैसा संकट! पति को मिली भारतीय नागरिकता और पत्नी व बच्चे अब भी पाक विस्थापित

धारा 370 हटाने के कारण नहीं बदला फैसला

मंडेलिया ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ओर से जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के निर्णय की वजह से कांग्रेस में नगर निकाय चुनाव के प्रमुख का चयन पार्षदों के द्वारा करने का निर्णय नहीं लिया है. इसके पीछे कारण जनता की मांग है. देश के दूसरे राज्यों में भी नगर निकाय के प्रमुख को पार्षद ही चुनते है.

चुरू. प्रदेश में नगर निकाय के प्रमुख के चुनाव सीधे जनता की ओर से करवाने के अपने 9 महीने पुराने फैसले से राज्य सरकार के पलटने का कारण कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मकबूल मंडेलिया ने जनता की मांग को बताया है. चूरू में मंडावा उपचुनाव और स्थानीय नगर निकाय के चुनाव की तैयारी को लेकर अपने आवास पर कार्यकर्ताओं की बैठक से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही.

मंडेलिया ने कहा कि नगर निकाय के अध्यक्ष के चुनाव पार्षदों के जरिए करवाने की जनता की और पार्षदों की मांग थी. इसी कारण से सरकार ने यह फैसला लिया है. ना की जम्मू कश्मीर से धारा 300 हटाए जाने के फैसले की वजह से.

निकाय प्रमुख का चुनाव जनता की मांग पर

9 महीने पहले लिया था निर्णय

बता दें कि राज्य में गहलोत सरकार ने 9 महीने पहले नगर निकाय अध्यक्ष के चुनाव डायरेक्ट करवाने का निर्णय लिया था. लेकिन, अब सरकार ने इस फैसले को बदल कर स्थानीय निकाय के प्रमुख के चुनाव भी पार्षदों के जरिए ही कराने का निर्णय लिया है. कांग्रेस ने निकाय प्रमुख के सीधे चुनाव को लेकर विधानसभा चुनाव से पहले अपने घोषणापत्र में भी वादा किया था.

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धारा 370 हटाने के कारण नहीं बदला फैसला

मंडेलिया ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ओर से जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के निर्णय की वजह से कांग्रेस में नगर निकाय चुनाव के प्रमुख का चयन पार्षदों के द्वारा करने का निर्णय नहीं लिया है. इसके पीछे कारण जनता की मांग है. देश के दूसरे राज्यों में भी नगर निकाय के प्रमुख को पार्षद ही चुनते है.

Intro:चुरू। प्रदेश में नगर निकाय के प्रमुख के चुनाव सीधे जनता द्वारा करवाने के अपने 9 महीने पुराने फैसले से राज्य सरकार के पलटने का कारण कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मकबूल मंडेलिया ने जनता की मांग को बताया है। चूरू में मंडावा उपचुनाव और स्थानीय नगर निकाय के चुनाव की तैयारी को लेकर अपने आवास पर कार्यकर्ताओं की बैठक से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही।
मंडेलिया ने कहा कि नगर निकाय के अध्यक्ष के चुनाव पार्षदों के जरिए करवाने की जनता की और पार्षदों की मांग थी इसी कारण से सरकार ने यह फैसला लिया है ना की जम्मू कश्मीर से धारा 300 हटाए जाने के फैसले की वजह से।



Body:9 महीने पहले लिया था निर्णय
बता दें कि राज्य में गहलोत सरकार ने 9 महीने पहले नगर निकाय अध्यक्ष के चुनाव डायरेक्ट करवाने का निर्णय लिया था। लेकिन अब सरकार ने इस फैसले को बदल कर स्थानीय निकाय के प्रमुख के चुनाव भी पार्षदों के जरिए ही कराने का निर्णय लिया है। कांग्रेस ने निकाय प्रमुख के सीधे चुनाव को लेकर विधानसभा चुनाव से पहले अपने घोषणापत्र में भी वादा किया था।
धारा 370 हटाने के कारण नहीं बदला फैसला
मंडेलिया ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ओर से जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के निर्णय की वजह से कांग्रेस में नगर निकाय चुनाव के प्रमुख का चयन पार्षदों के द्वारा करने का निर्णय नहीं लिया है। इसके पीछे कारण जनता की मांग है। देश के दूसरे राज्यों में भी नगर निकाय के प्रमुख को पार्षद ही चुनते है।



Conclusion:बाइट: मकबूल मंडेलिया प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस एवं पूर्व विधायक चूरू।
मंडेलिया का कहना है कि नगर निकाय के प्रमुख का चुनाव पार्षदों के द्वारा ही करने का निर्णय राज्य सरकार ने जनता की मांग की वजह से लिया है ना कि धारा 370 इसका कारण है। दूसरे राज्यों में भी निकाय प्रमुख का चुनाव पार्षद ही करते हैं।
Last Updated : Oct 16, 2019, 1:21 AM IST
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