ETV Bharat / state

मंडेलिया के 'मंत्र' ने मचाया हाहाकार : ट्रांसफर को लेकर शिक्षा मंत्री को लिखा खत हुआ वायरल, भाजपा ने CM को दिलाई 'संस्कृति' की याद - controversy over dotasara letter

चूरू में राजनीतिक माइलेज लेने के लिए और अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए और उन्हें खुश करने के लिए चूरू के एक कांग्रेस नेता ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा. सोशल मीडिया के इस दौर में वो खत अब आम लोगों की पहुंच में है और लोग उसके निहितार्थ निकालने में जुट गए हैं.

mandolia mantra
मंडोलिया के मंत्र ने मचाया हाहाकार
author img

By

Published : Aug 18, 2021, 1:36 PM IST

Updated : Aug 18, 2021, 1:45 PM IST

चूरू: विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे रफीक मंडेलिया ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को 31 जुलाई को एक खत लिखा. यही खत अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र में कांग्रेस नेता रफीक मंडेलिया ने विधानसभा और लोकसभा क्षेत्र के उन वरिष्ठ अध्यापकों की जिले से अन्यत्र स्थान पर स्थानांतरण की मांग की है जो भाजपा समर्थित है.

viral letter
मंडोलिया के मंत्र ने मचाया हाहाकार

शिक्षा मंत्री को लिखे इस पत्र में कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा समर्थित और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के समर्थित कर्मचारियों का तबादला कर उन्हें जिले से अन्यत्र स्थान पर भेजा जाए और कांग्रेस समर्थित कार्यकर्ताओं के निजी रिश्तेदारों के स्थानांतरण चूरू विधानसभा क्षेत्र में किए जाए जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा. इतना ही नही कांग्रेस नेता ने भाजपा समर्थित और राठौर समर्थित इन वरिष्ठ अध्यापकों की विषय वार सूची भी शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र के साथ सलंग्न की थी.

viral khat
वायरल खत

जवाब में राठौड़ ने सीएम को लिखा पत्र: शिक्षा मंत्री को लिखा खत जैसे ही वायरल हुआ तो उप नेता प्रतिपक्ष और चूरू विधायक राजेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिख डाला. लिखा है- राज्य कर्मचारियों का स्थानांतरण प्रशासनिक कार्य से किए जाने का अधिकार राज्य सरकार में निहित है, राज्य कर्मचारियों को राजनीतिक विचारधारा के आधार पर बांटने की संस्कृति राजस्थान में कभी नहीं रही है और ना ही रिश्तेदारी के आधार पर अधिकारियों, कर्मचारियों का पदस्थापन किए जाने का किसी नियम और कानून में प्रावधान है. कांग्रेस नेता रफीक मंडेलिया द्वारा अधिकारियों, कर्मचारियों में भय बनाने के लिए विभिन्न विभागों के मंत्री गणों को लगातार स्थानांतरण की अभिशंषा कर प्रताड़ित व एपीओ किए जाने के कार्य को बखूबी अंजाम दिया जा रहा है.मंडेलिया की यह प्रवत्ति न केवल उनकी मानसिक संकीर्णता को दर्शाती है बल्कि राज्य अधिकारियों, कर्मचारियों की कार्य क्षमता में कमी व मनोबल को तोड़ने का भी काम कर रही है. मंडेलिया व उनका परिवार लगातार चार चुनाव दो लोकसभा व दो विधानसभा चुनाव अपनी इसी संकीर्ण मानसिकता के कारण हार चुके हैं.

चूरू: विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे रफीक मंडेलिया ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को 31 जुलाई को एक खत लिखा. यही खत अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र में कांग्रेस नेता रफीक मंडेलिया ने विधानसभा और लोकसभा क्षेत्र के उन वरिष्ठ अध्यापकों की जिले से अन्यत्र स्थान पर स्थानांतरण की मांग की है जो भाजपा समर्थित है.

viral letter
मंडोलिया के मंत्र ने मचाया हाहाकार

शिक्षा मंत्री को लिखे इस पत्र में कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा समर्थित और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के समर्थित कर्मचारियों का तबादला कर उन्हें जिले से अन्यत्र स्थान पर भेजा जाए और कांग्रेस समर्थित कार्यकर्ताओं के निजी रिश्तेदारों के स्थानांतरण चूरू विधानसभा क्षेत्र में किए जाए जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा. इतना ही नही कांग्रेस नेता ने भाजपा समर्थित और राठौर समर्थित इन वरिष्ठ अध्यापकों की विषय वार सूची भी शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र के साथ सलंग्न की थी.

viral khat
वायरल खत

जवाब में राठौड़ ने सीएम को लिखा पत्र: शिक्षा मंत्री को लिखा खत जैसे ही वायरल हुआ तो उप नेता प्रतिपक्ष और चूरू विधायक राजेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिख डाला. लिखा है- राज्य कर्मचारियों का स्थानांतरण प्रशासनिक कार्य से किए जाने का अधिकार राज्य सरकार में निहित है, राज्य कर्मचारियों को राजनीतिक विचारधारा के आधार पर बांटने की संस्कृति राजस्थान में कभी नहीं रही है और ना ही रिश्तेदारी के आधार पर अधिकारियों, कर्मचारियों का पदस्थापन किए जाने का किसी नियम और कानून में प्रावधान है. कांग्रेस नेता रफीक मंडेलिया द्वारा अधिकारियों, कर्मचारियों में भय बनाने के लिए विभिन्न विभागों के मंत्री गणों को लगातार स्थानांतरण की अभिशंषा कर प्रताड़ित व एपीओ किए जाने के कार्य को बखूबी अंजाम दिया जा रहा है.मंडेलिया की यह प्रवत्ति न केवल उनकी मानसिक संकीर्णता को दर्शाती है बल्कि राज्य अधिकारियों, कर्मचारियों की कार्य क्षमता में कमी व मनोबल को तोड़ने का भी काम कर रही है. मंडेलिया व उनका परिवार लगातार चार चुनाव दो लोकसभा व दो विधानसभा चुनाव अपनी इसी संकीर्ण मानसिकता के कारण हार चुके हैं.

Last Updated : Aug 18, 2021, 1:45 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.