चूरू. नगर परिषद सभापति पद की उम्मीदवार कांग्रेस की बागी सरोज सैनी ने अपना नामांकन वापस ले लिया. नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन शनिवार को कांग्रेस की बागी सरोज सैनी ने अपना नामांकन वापस ले लिया. ऐसे में अब सभापति के लिए मुकाबला सीधा कांग्रेस की पायल सैनी और बीजेपी की निर्मला सैनी के बीच होगा.
बता दें कि कांग्रेस की सरोज सैनी ने दो नामांकन दाखिल किए थे. एक कांग्रेस से दूसरा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में. लेकिन सिंबल नहीं मिलने से कांग्रेस से भरा गया फार्म खारिज हो गया था. ऐसे में पिछले तीन दिन से रोचक बना हुआ चुनाव अब सीधी टक्कर का हो गया है.नामांकन वापस लेने के बाद नगर परिषद के सभाकक्ष से बाहर निकलते हुए पार्षद सरोज सैनी काफी भावुक नजर आई. उन्होंने कहा कि ये फैसला समाज के हित में लिया गया है.
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कांग्रेस की बागी सरोज सैनी के नामांकन वापस लेने से पार्टी को राहत मिली है. अब कांग्रेस के लिए सभापति का चुनाव जीतना आसान हो गया हैं. बता दें कि कांग्रेस के पास 60 सीटों में से 36 सीट है. तो वहीं बीजेपी के पास 17 सीटें हैं. बीजेपी के पार्षदों के साथ एक निर्दलीय का भी समर्थन है. ऐसे में इन आंकड़ों के लिहाज से कांग्रेस की जीत तय मानी जा रही है.
बता दें कि पायल सैनी वार्ड 59 से कांग्रेस की पार्षद है. कांग्रेस ने इन्हीं को अधिकृत उम्मीदवार बनाया था. तो वहीं, निर्मला सैनी वार्ड 35 से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर पार्षद बनी है. निर्मला सैनी भाजपा से अब सभापति पद की दावेदार है. सभापति पद के लिए 27 नवंबर को मतदान होगा और इसी दिन परिणाम घोषित कर दिया जाएगा.
कांग्रेस के जिला प्रवक्ता और सभापति के लिए नामांकन दाखिल करने वाली पार्षद सरोज सैनी के पति नरेंद्र सैनी का कहना है कि उन्होंने कांग्रेस के सिंबल से भी और निर्दलीय दो नामांकन दाखिल किए थे. सिंबल नहीं मिलने से पार्टी का नामांकन निरस्त कर दिया गया. अब पार्टी और संगठन के हित में फैसला लेते हुए निर्दलीय के रूप में भरा गया पर्चा ले लिया है. सभापति के लिए दावेदारी जता रही पार्षद सरोज सैनी ने नामांकन वापस लेने के बाद कहा कि उन्होंने यह निर्णय समाज के हित में लिया है.