चूरू. हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए केंद्र सरकार की ओर से शुरू की सखी केंद्र योजना में यहां की महिलाओं को अपने सखी केंद्र का लंबे समय से इंतजार है. यहां 8 मार्च 2019 से सीडीपीओ कार्यलय के तीन कमरे में सखी केंद्र संचालित किया जा रहा है. आलम यह है कि काउंसलिंग कक्ष में किचन है, लेकिन यह कक्ष बिना गार्ड के है और सखी केंद्र को रिसेप्शन से संचालित किया जा रहा है, जो कि केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजना की गाइडलाइन के विपरीत है.
वहीं भूखंड होने के बावजूद बजट के अभाव में भवन निर्माण का कार्य महज कागजों में ही बन रहा है. हालांकि, प्रशासन द्वारा भवन निर्माण के लिए केंद्र सरकार को 48 लाख का एस्टीमेट बनाकर भेजा जा चुका है. बावजूद इसके अभी तक बजट का प्रावधान नहीं हो पाया है. जिला कलेक्टर संदेश नायक ने इस अस्थाई सखी केंद्र का निरीक्षण भी कई बार किया है, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया है.
पढ़ेः जयपुर में 3 दिन में 4 डिग्री गिरा पारा, सीकर में सबसे कम 13 डिग्री रहा तापमान
जिला कलेक्टर संदेश नायक ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर के लिए सीडीपीओ कार्यालय के पीछे जगह को चिन्हित कर लिया गया है. यहां स्थाई भवन बनाने के लिए सरकार को पुनः बजट के लिए लिखेंगे. बजट आने पर सखी केंद्र के लिए स्थाई भवन बना दिया जाएगा. बता दें कि निराश्रित महिलाओं की सुरक्षा सहायता उपचार और परामर्श के लिए सखी सेंटर केंद्र सरकार द्वारा जिला मुख्यालय पर खोला गया है.