चूरू. शहर में बेसहारा गोवंश को गोशालाओं में भेजने के लिए नगर परिषद ने एक कदम उठाया है. बता दें कि नगर परिषद शहर में घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़ने के बाद उसके सींग के कलर करेगी. कलर करने के बाद इन्हें गोशालाओं में भेजा जाएगा. एक कलर किये गए पशु को एक ही गोशाला में भेजा जाएगा. ऐसे में फिर से पशुओं के सड़क पर आते ही नगर परिषद को पता चल जाएगा कि पशु कौनसी गोशाला का है. ऐसे में सड़को पर घूम रहे पशुओं को संबंधित गौशाला में भेजने में आसानी रहेगी. यानी कि गोशाला संचालक फिर से गोवंश को शहर में छोड़ेंगे तो कलर से तुरंत पहचान हो सकेगी कि यह पशु कौनसी गौशाला का है.
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तैयार किया गया प्लान
दरअसल नगर परिषद की ओर से शहर में घूम रहे बेसहारा गोवंश को गौशालाओं में छोड़ा जाता था, लेकिन कुछ दिन बाद गौशाला संचालक फिर से पशुओं को शहर में छोड़ देते थे. ऐसे में समस्या जस की तस बनी रहती थी. अब नगर परिषद ने यह नया प्लान तैयार किया है. इसके तहत पशुओं के सींग के अलग अलग कलर करने के बाद गोशालाओं में भेजा जाएगा. हर गोशाला के पशु के सींग का कलर अलग होने से सड़क पर घूम रहे पशु का तुरंत पता चल जाएगा कि यह पशु कौनसी गौशाला की है.
दस कर्मचारियों की टीम लगाई गई
इस काम के लिए नगर परिषद ने सहायक अभियंता के नेतृत्व में एक टीम गठित की है. यह टीम शहर के कलेक्ट्रेट, रेलवे स्टेशन, गढ़ चौराहा, राम मंदिर, नई सड़क, पुरानी सड़क, पंखा चौराहा, धर्म स्तूप व सुभाष चौक में घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में भेजने का काम करेगी. शहर में घूम रहे बेसहारा पशुओं को नगर परिषद की टीम शहर की चार अलग-अलग गौशालाओं में भेज रही है. आमतौर पर गौशाला संचालक कुछ समय के लिए पशुओं को रख कर वापस शहर में छोड़ देते थे. अब इस पर रोक लगाने के लिए नगर परिषद ने एक नया प्लान तैयार किया है और इन पशुओं के सींग पर कलर करके उन्हें गौशाला भेजा जाएगा.