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चूरूः शहर में घूम रहे बेसहारा गोवंश की नगर परिषद ने ली सुध, भेजा जाएगा गोशालाओं में - नगर परिषद

चूरू शहर में घूम रहे बेसहारा गोवंश कई बार लोगों पर जानलेवा हमला कर देते है तो वहीं दिन में कई बार बीच सड़क पर बैठने से रास्ता भी जाम हो जाता है. ऐसे में चूरू नगर परिषद अब गोवंश को गोशालाओं में भेजेगी.

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शहर में घूम रहे बेसहारा गोवंश की नगर परिषद ने ली सुध
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Published : Dec 13, 2019, 4:49 PM IST

चूरू. शहर में बेसहारा गोवंश को गोशालाओं में भेजने के लिए नगर परिषद ने एक कदम उठाया है. बता दें कि नगर परिषद शहर में घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़ने के बाद उसके सींग के कलर करेगी. कलर करने के बाद इन्हें गोशालाओं में भेजा जाएगा. एक कलर किये गए पशु को एक ही गोशाला में भेजा जाएगा. ऐसे में फिर से पशुओं के सड़क पर आते ही नगर परिषद को पता चल जाएगा कि पशु कौनसी गोशाला का है. ऐसे में सड़को पर घूम रहे पशुओं को संबंधित गौशाला में भेजने में आसानी रहेगी. यानी कि गोशाला संचालक फिर से गोवंश को शहर में छोड़ेंगे तो कलर से तुरंत पहचान हो सकेगी कि यह पशु कौनसी गौशाला का है.

शहर में घूम रहे बेसहारा गोवंश की नगर परिषद ने ली सुध

पढ़ेंः गौ तस्कर गिरफ्तार, गौवंश से भरा कटेंनर पकड़ने पर हुआ था फरार

तैयार किया गया प्लान

दरअसल नगर परिषद की ओर से शहर में घूम रहे बेसहारा गोवंश को गौशालाओं में छोड़ा जाता था, लेकिन कुछ दिन बाद गौशाला संचालक फिर से पशुओं को शहर में छोड़ देते थे. ऐसे में समस्या जस की तस बनी रहती थी. अब नगर परिषद ने यह नया प्लान तैयार किया है. इसके तहत पशुओं के सींग के अलग अलग कलर करने के बाद गोशालाओं में भेजा जाएगा. हर गोशाला के पशु के सींग का कलर अलग होने से सड़क पर घूम रहे पशु का तुरंत पता चल जाएगा कि यह पशु कौनसी गौशाला की है.

पढ़ेंः स्पेशल: गौशालाओं में बदइंतजामी! 250 गायों की जगह रख रहे 350 गायें, सरकारी अनुदान के बाद भी स्थिति जस की तस

दस कर्मचारियों की टीम लगाई गई

इस काम के लिए नगर परिषद ने सहायक अभियंता के नेतृत्व में एक टीम गठित की है. यह टीम शहर के कलेक्ट्रेट, रेलवे स्टेशन, गढ़ चौराहा, राम मंदिर, नई सड़क, पुरानी सड़क, पंखा चौराहा, धर्म स्तूप व सुभाष चौक में घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में भेजने का काम करेगी. शहर में घूम रहे बेसहारा पशुओं को नगर परिषद की टीम शहर की चार अलग-अलग गौशालाओं में भेज रही है. आमतौर पर गौशाला संचालक कुछ समय के लिए पशुओं को रख कर वापस शहर में छोड़ देते थे. अब इस पर रोक लगाने के लिए नगर परिषद ने एक नया प्लान तैयार किया है और इन पशुओं के सींग पर कलर करके उन्हें गौशाला भेजा जाएगा.

चूरू. शहर में बेसहारा गोवंश को गोशालाओं में भेजने के लिए नगर परिषद ने एक कदम उठाया है. बता दें कि नगर परिषद शहर में घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़ने के बाद उसके सींग के कलर करेगी. कलर करने के बाद इन्हें गोशालाओं में भेजा जाएगा. एक कलर किये गए पशु को एक ही गोशाला में भेजा जाएगा. ऐसे में फिर से पशुओं के सड़क पर आते ही नगर परिषद को पता चल जाएगा कि पशु कौनसी गोशाला का है. ऐसे में सड़को पर घूम रहे पशुओं को संबंधित गौशाला में भेजने में आसानी रहेगी. यानी कि गोशाला संचालक फिर से गोवंश को शहर में छोड़ेंगे तो कलर से तुरंत पहचान हो सकेगी कि यह पशु कौनसी गौशाला का है.

शहर में घूम रहे बेसहारा गोवंश की नगर परिषद ने ली सुध

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तैयार किया गया प्लान

दरअसल नगर परिषद की ओर से शहर में घूम रहे बेसहारा गोवंश को गौशालाओं में छोड़ा जाता था, लेकिन कुछ दिन बाद गौशाला संचालक फिर से पशुओं को शहर में छोड़ देते थे. ऐसे में समस्या जस की तस बनी रहती थी. अब नगर परिषद ने यह नया प्लान तैयार किया है. इसके तहत पशुओं के सींग के अलग अलग कलर करने के बाद गोशालाओं में भेजा जाएगा. हर गोशाला के पशु के सींग का कलर अलग होने से सड़क पर घूम रहे पशु का तुरंत पता चल जाएगा कि यह पशु कौनसी गौशाला की है.

पढ़ेंः स्पेशल: गौशालाओं में बदइंतजामी! 250 गायों की जगह रख रहे 350 गायें, सरकारी अनुदान के बाद भी स्थिति जस की तस

दस कर्मचारियों की टीम लगाई गई

इस काम के लिए नगर परिषद ने सहायक अभियंता के नेतृत्व में एक टीम गठित की है. यह टीम शहर के कलेक्ट्रेट, रेलवे स्टेशन, गढ़ चौराहा, राम मंदिर, नई सड़क, पुरानी सड़क, पंखा चौराहा, धर्म स्तूप व सुभाष चौक में घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में भेजने का काम करेगी. शहर में घूम रहे बेसहारा पशुओं को नगर परिषद की टीम शहर की चार अलग-अलग गौशालाओं में भेज रही है. आमतौर पर गौशाला संचालक कुछ समय के लिए पशुओं को रख कर वापस शहर में छोड़ देते थे. अब इस पर रोक लगाने के लिए नगर परिषद ने एक नया प्लान तैयार किया है और इन पशुओं के सींग पर कलर करके उन्हें गौशाला भेजा जाएगा.

Intro:चूरू। शहर में घूम रहे बेसहारा गोवंश कई बार लोगों पर जानलेवा हमला कर देते है तो वहीं दिन में कई बार बीच सड़क पर बैठने से रास्ता भी जाम हो जाता है। बाजार में भी लोग हर वक्त बेसहारा पशुओं के हमले से आशंकित रहते है। लेकिन शहर में घूम रहे इन बेसहारा गोवंश को अब चूरू नगर परिषद गोशालाओं में भेजेगी। नगर परिषद की ओर से इसके लिए एक खास प्लान तैयार कर उसे अमलीजामा पहनाने का काम भी शुरू कर दिया है।
नगर परिषद शहर में घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़ने के बाद उसके सींग के कलर करेगी। कलर करने के बाद इन्हें गोशालाओं में भेजा जाएगा। एक कलर किये गए पशु को एक ही गोशाला में भेजा जाएगा। ऐसे में फिर से पशुओं के सड़क पर आते ही नगर परिषद को पता चल जाएगा कि पशु कौनसी गोशाला का है।
ऐसे में सड़को पर घूम रहे पशुओं को संबंधित गौशाला में भेजने में आसानी रहेगी। यानी कि गोशाला संचालक फिर से गोवंश को शहर में छोड़ेंगे तो कलर से तुरंत पहचान हो सकेगी कि यह पशु कौनसी गौशाला का है।


Body:- इसलिए तैयार किया गया आइए प्लान
दरअसल नगर परिषद की ओर से शहर में घूम रहे बेसहारा गोवंश को गौशालाओं में छोड़ा जाता था। लेकिन कुछ दिन बाद गौशाला संचालक फिर से पशुओं को शहर में छोड़ देते थे। ऐसे में समस्या जस की तस बनी रहती थी।
अब नगर परिषद ने यह नया प्लान तैयार किया है। इसके तहत पशुओं के सींग के अलग अलग कलर करने के बाद गोशालाओं में भेजा जाएगा। हर गोशाला के पशु के सींग का कलर अलग होने से सड़क पर घूम रहे पशु का तुरंत पता चल जाएगा कि यह पशु कौनसी गौशाला का है।
- दस कर्मचारियों की टीम लगाई गई
इस काम के लिए नगर परिषद ने सहायक अभियंता के नेतृत्व में एक टीम गठित की है। यह टीम शहर के कलेक्ट्रेट, रेलवे स्टेशन, गढ़ चौराहा, राम मंदिर, नई सड़क, पुरानी सड़क, पंखा चौराहा, धर्म स्तूप व सुभाष चौक में घूम रहे बेसहारा पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में भेजने का काम करेगी।


Conclusion:बाइट: अभिलाषा सिंह, आयुक्त, नगर परिषद, चूरू।
शहर में घूम रहे बेसहारा पशुओं को नगर परिषद की टीम शहर की चार अलग-अलग गौशालाओं में भेज रही है। आमतौर पर गौशाला संचालक कुछ समय के लिए पशुओं को रख कर वापस शहर में छोड़ देते थे। अब इस पर रोक लगाने के लिए नगर परिषद ने एक नया प्लान तैयार किया है और इन पशुओं के सींग पर कलर करके उन्हें गौशाला भेजा जाएगा। इसी के साथ टैग भी लगाए जाएंगे, ताकि शहर में वापस आते ही पता चल जाएगा कि यह पशु कौन सी गौशाला का है।

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