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चूरू सांसद राहुल कस्वां ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र, निजी दूध डेयरी संचालकों की मनमानी का किया जिक्र - churu news

चूरू सांसद राहुल कस्वां ने मुख्यमंत्री और कृषि एवं पशुपालन मंत्री को पत्र लिख निजी डेयरी संचालकों को पूर्व निर्धारित दर अनुसार ही पाबंद करने की बात कही. सांसद कस्वां ने कहा अगर ऐसा नहीं होता है तो किसान राज्य में कम दामों में दूध बेचने से मना कर सकते हैं.

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सांसद कस्वां ने लिखा सीएम को पत्र
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Published : Apr 25, 2020, 10:54 PM IST

Updated : May 25, 2020, 5:22 PM IST

चूरू. सांसद राहुल कस्वां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया को पत्र लिखकर लॉकडाउन के दौरान निजी दूध डेयरी संचालकों के द्वारा की जा रही मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है.

उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में किसान कृषि और पशुपालन कार्य से ही अपनी आजीविका चला रहा है और अपने बच्चों को पाल रहा है. कोरोना की इस वैश्विक महामारी के इस संकट के समय जहां लाखों लोगों को जीवन यापन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं ऐसे समय में निजी दूध डेयरी संचालकों के द्वारा किसानों का शोषण भी किया जा रहा है.

पढ़ें- स्पेशल स्टोरी: यूपी के 30 मजदूर नागौर में फंसे, चाय पीकर मिटा रहे भूख

निजी दूध संचालकों के द्वारा किसानों को अपना दूध 15 से 20 रुपए प्रति लीटर बेचने पर उन्हें मजबूर किया जा रहा है. ऐसे समय में किसानों के सामने सिवाय उनकी बात मानने के अलावा और कोई रास्ता भी नहीं.

पढ़ें- कोरोना की जंग जिताने वाले डूंगरपुर के यह 4 हीरो, बताई जीत की प्रमुख वजह....

सांसद कस्वां ने कहा कि ऐसे में किसानों के सामने अपने जीवन-यापन को लेकर भारी समस्या आ रही है मेरा राज्य सरकार से अनुरोध है कि वह ऐसे निजी डेयरी संचालकों को पाबंद करें, कि वे पूर्व निर्धारित दर के अनुसार ही दूध ले अगर किसान आंदोलन पर उतर आए और इतने कम दामों पर दूध देने से मना कर दें तो पूरे राज्य के सामने भारी दुग्ध संकट उत्पन्न हो सकता है, अतः राज्य सरकार जल्द से जल्द कार्रवाई कर दूध उत्पादकों को उचित मूल्य दीया जाना सुनिश्चित करावें.

चूरू. सांसद राहुल कस्वां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया को पत्र लिखकर लॉकडाउन के दौरान निजी दूध डेयरी संचालकों के द्वारा की जा रही मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है.

उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में किसान कृषि और पशुपालन कार्य से ही अपनी आजीविका चला रहा है और अपने बच्चों को पाल रहा है. कोरोना की इस वैश्विक महामारी के इस संकट के समय जहां लाखों लोगों को जीवन यापन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं ऐसे समय में निजी दूध डेयरी संचालकों के द्वारा किसानों का शोषण भी किया जा रहा है.

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निजी दूध संचालकों के द्वारा किसानों को अपना दूध 15 से 20 रुपए प्रति लीटर बेचने पर उन्हें मजबूर किया जा रहा है. ऐसे समय में किसानों के सामने सिवाय उनकी बात मानने के अलावा और कोई रास्ता भी नहीं.

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सांसद कस्वां ने कहा कि ऐसे में किसानों के सामने अपने जीवन-यापन को लेकर भारी समस्या आ रही है मेरा राज्य सरकार से अनुरोध है कि वह ऐसे निजी डेयरी संचालकों को पाबंद करें, कि वे पूर्व निर्धारित दर के अनुसार ही दूध ले अगर किसान आंदोलन पर उतर आए और इतने कम दामों पर दूध देने से मना कर दें तो पूरे राज्य के सामने भारी दुग्ध संकट उत्पन्न हो सकता है, अतः राज्य सरकार जल्द से जल्द कार्रवाई कर दूध उत्पादकों को उचित मूल्य दीया जाना सुनिश्चित करावें.

Last Updated : May 25, 2020, 5:22 PM IST
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