चूरू. विश्व भर में आतंक मचा रही कोरोना महामारी से जहां सभी देशों की अर्थव्यवस्था चौपट हो चुकी है. देश में उद्योग धंधे बंद हो गए हैं. ऐसे में एक तरफ लोग कोरोना संकट जूझ रहे हैं, तो दूसरी तरफ सरकार पर आर्थिक संकट सरकार पर गहरा गया है. इसके लिए सरकार अब आमजन से पीएम राहत कोष के माध्यम से भी आर्थिक सहयोग ले रही है. इसके लिए चूरू में भाजपा ने वार्ड वाइज भाजपा कार्यकर्ताओं की टीमें बनाई है, जो पीएम राहत कोष के लिए घर-घर जाकर चंदा जुटाएंगे.
दोहरी जंग लड़ रही सरकार के सामने एक तरफ कोरोना से जंग लड़ने के लिए संसाधनों की कमी है, तो दूसरी तरफ देश के उस हिस्से के लिए राशन और उन तमाम खाद्य और पेय प्रदार्थों की पूर्ति कराना है, जो वर्ग मजदूरी और दिहाड़ी कर अपना जीवन यापन करता था. ऐसे में पीएम राहत कोष के माध्यम से सरकार देश के उन तमाम उद्योगपति और भामाशाहों के सहयोग के साथ आमजनता की भी आर्थिक सहयोग ले रही है. लॉकडाउन के दौरान पूरा देश घरों में कैद है और उद्योग धंधे बंद पड़े हैं, तो ऐसे में सरकार के सामने आर्थिक संकट गहराना भी लाजमी है.
ऐसे समय में कोरोना फाइटर तो लगे हैं, कोरोना से जंग लड़ने में, तो वहीं सरकार के सामने आर्थिक तौर पर मजबूत होना चुनोती है. ऐसे में प्रधानमंत्री राहत कोष के गठन के माध्यम से सरकार आमजन से आर्थिक सहयोग ले रही है. इसके लिए बाकायदा चूरू जिला भाजपा ने वार्ड वाइज भाजपा कार्यकर्ताओं की टीमें बनाई है, जो पीएम राहत कोष के लिए घर-घर जा चंदा जुटाएंगे.
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भाजपा मंडल अध्यक्ष दीनदयाल सैनी ने बताया कि पीएम राहत कोष के लिए जिला मुख्यालय पर हर बूथ से 5 व्यक्तियों की टोली बनाई गई है, जो शहर के हर एक घर-घर से चंदा एकत्रित करेगी. चंदे के लिए न्यूनतम राशि 100 रुपए रखी गई है. भाजपा मंडल अध्यक्ष ने कहा कि राशि महत्वपूर्ण नहीं है. संख्या महत्वपूर्ण है कि कितने लोग देश में आए इस संकट को टालने के लिए आगे आते हैं. उन्होंने कहा कि लोगों का अच्छा सहयोग मिल रहा है और मदद के लिए आमजन के हाथ आगे बढ़ रहे हैं.