चूरू. रैगिंग...जूनियर छात्रों की भूख-नींद उड़ाने वाला वह भयावह कृत्य है जिसके कारण न जाने कितने मेधावी छात्र अपने जीवन का अंत कर लेते हैं. कितने परिस्थिति विवश निराशा के गर्त में मनोवैज्ञानिक रोगों का शिकार बन जाते हैं तो कुछ का पढ़ाई से मन ही उठ जाता है. कुछ ऐसा ही एक मामला चूरू के पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेडिकल कॉलेज में सामने आया है.
जहां बॉस कह कर अभिवादन नहीं करने पर मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस सेकंड ईयर के छात्रों ने बीएससी नर्सिंग सेकंड ईयर के छात्रों को लात-घूसों के पीटा. मारपीट में बीएससी नर्सिंग के दो छात्र जख्मी हो गए. जिसके बाद घायल छात्रों ने आरोपियों के खिलाफ कोतवाली थाने में परिवाद दिया है.
दरअसल, चूरू में नर्सिंग कॉलेज का भवन ना होने पर इनकी कक्षाएं पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेडिकल कॉलेज में शुरू की गई हैं. नर्सिंग स्टूडेंट ने बताया कि सोमवार सुबह जब कॉलेज में बिजली नहीं थी तो नर्सिंग के छात्र बाहर खड़े थे. इसी दौरान एमबीबीएस सेकंड ईयर के छात्र रविंद्र सीवर, पारस जैन और ब्रिजेश सैनी वहां आए और नर्सिंग स्टूडेंट को कक्षाओं में जाने का कहा.
इस पर पीड़ित छात्रों ने बताया कि बिजली नहीं है, इसलिए बाहर खड़े हैं. जिस पर एमबीबीएस के छात्रों ने उनके साथ गाली-गलौज किया और अपने सीनियरिटी का रौब दिखाते हुए नर्सिंग छात्रों से कहा कि वह उन्हें बॉस कहकर अभिवादन किया करें. वहीं, मना करने पर एमबीबीएस छात्रों ने नर्सिंग छात्रों से मारपीट शुरू कर दी, जिससे वे जख्मी हो गए. पीड़ित छात्रों ने रविंद्र, पारस और ब्रिजेश सैनी सहित आठ-दस लोगों पर मारपीट कर घायल करने का आरोप लगाया है.