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18 दिन पहले ईद मना कर ड्यूटी पर गया था चूरू का राणासर का शहीद असलम खान - Churu News

जम्मू कश्मीर के दादरवाल में शुक्रवार रात सर्च ऑपरेशन के दौरान चूरू जिले के राणासर गांव के अमलम खान शहीद हो गए. बता दें कि शहीद असलम खान 20 अगस्त को ही डयूटी पर गए थे.

राणासर का असलम खान शहीद, Aslam Khan martyr of Ranasar
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Published : Sep 8, 2019, 4:20 PM IST

चूरू. जम्मू कश्मीर के दादरवाल में शुक्रवार रात सर्च ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए जिले के राणासर गांव के असलम खान 20 अगस्त को ही डयूटी पर गए थे. बता दें कि इससे पहले 14 दिन तक परिवार के लोगों के साथ छुट्टी बिताने के बाद ईद भी उन्हीं के साथ मनाई थी.

राणासर का असलम खान शहीद

जानकारी के अनुसार डयूटी पर जाने से पहले परिवार के लोगों से असलम ने वादा किया था कि सितंबर में भतीजे की शादी में गांव आएंगे. वहीं उनकी पोस्टिंग हुए भी 2 साल सितंबर में हो जाएंगे और वे जम्मू-कश्मीर से वापस पटियाला आ जाएंगे. लेकिन इस बीच शुक्रवार को वह एक सर्च ऑपरेशन में शहीद हो गए.

पढ़ें- जयपुरः आरोपी पपला के एनकाउंटर की तैयारी में राजस्थान पुलिस

9 भाई-बहनों में असलम थे सबसे छोटे

शहीद असलम परिवार में अपने 9 भाई-बहनों में सबसे छोटे थे. वे साल 1999 में ही सेना में भर्ती हो गए थे. 40 साल के असलम खान पिछले 2 साल से जम्मू कश्मीर में 24 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे. बता दें कि इनके पिता हासम खान का असलम के बचपन में ही देहांत हो गया था और उसके बाद में परवरिश कसलूम बनो ने की थी. इनकी पत्नी संजू गृहणी है, वहीं 3 बेटियां व एक बेटा है.

भतीजा भी है सेना में

शहीद असलम के भतीजे इमरान भी सेना में है. वे हाल ही में सेना में भर्ती हुए हैं. वहीं परिवार के ही सिकंदर खान सेना से रिटायर हैं. परिवार के सदस्य सिकंदर खान का कहना है कि जम्मू कश्मीर में एक सर्च ऑपरेशन के दौरान असलम खान के शहादत होने की सूचना मिली. उनकी पार्थिव देह शाम को 5 बजे कलेक्ट्रेट आएगी. उसके बाद में उसे गांव राणासर लाया जाएगा, जहां से ससम्मान के साथ उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा.

चूरू. जम्मू कश्मीर के दादरवाल में शुक्रवार रात सर्च ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए जिले के राणासर गांव के असलम खान 20 अगस्त को ही डयूटी पर गए थे. बता दें कि इससे पहले 14 दिन तक परिवार के लोगों के साथ छुट्टी बिताने के बाद ईद भी उन्हीं के साथ मनाई थी.

राणासर का असलम खान शहीद

जानकारी के अनुसार डयूटी पर जाने से पहले परिवार के लोगों से असलम ने वादा किया था कि सितंबर में भतीजे की शादी में गांव आएंगे. वहीं उनकी पोस्टिंग हुए भी 2 साल सितंबर में हो जाएंगे और वे जम्मू-कश्मीर से वापस पटियाला आ जाएंगे. लेकिन इस बीच शुक्रवार को वह एक सर्च ऑपरेशन में शहीद हो गए.

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9 भाई-बहनों में असलम थे सबसे छोटे

शहीद असलम परिवार में अपने 9 भाई-बहनों में सबसे छोटे थे. वे साल 1999 में ही सेना में भर्ती हो गए थे. 40 साल के असलम खान पिछले 2 साल से जम्मू कश्मीर में 24 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे. बता दें कि इनके पिता हासम खान का असलम के बचपन में ही देहांत हो गया था और उसके बाद में परवरिश कसलूम बनो ने की थी. इनकी पत्नी संजू गृहणी है, वहीं 3 बेटियां व एक बेटा है.

भतीजा भी है सेना में

शहीद असलम के भतीजे इमरान भी सेना में है. वे हाल ही में सेना में भर्ती हुए हैं. वहीं परिवार के ही सिकंदर खान सेना से रिटायर हैं. परिवार के सदस्य सिकंदर खान का कहना है कि जम्मू कश्मीर में एक सर्च ऑपरेशन के दौरान असलम खान के शहादत होने की सूचना मिली. उनकी पार्थिव देह शाम को 5 बजे कलेक्ट्रेट आएगी. उसके बाद में उसे गांव राणासर लाया जाएगा, जहां से ससम्मान के साथ उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा.

Intro:शहीद असलम खान
चूरू। जम्मू कश्मीर के दादरवाल में शुक्रवार रात सर्च ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए जिले के राणासर गांव के असलम खान 20 अगस्त को ही ड्यूटी पर गए थे। इससे पहले 14 दिन तक परिवार के लोगों के साथ छुट्टी बिताने के बाद ईद भी उन्हीं के साथ मनाई थी।
ड्यूटी पर जाने से पहले परिवार के लोगों से असलम ने वादा किया था कि सितंबर में भतीजे की शादी में गांव आएंगे। वही उनकी पोस्टिंग भी हुए भी दो साल सितंबर में हो जाएंगे और वे जम्मू-कश्मीर से वापस पटियाला आ जाएंगे। लेकिन इस बीच ही शुक्रवार को वे एक सर्च ऑपरेशन में शहीद हो गए।


Body:नो भाई बहनों में असलम सबसे छोटे
राणासर की शहीद असलम परिवार में अपने 9 भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। वे साल 1999 में ही सेना में भर्ती हो गए थे। 40 साल के असलम खान पिछले 2 साल से जम्मू कश्मीर में 24 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे। इनके पिता हासम खान का असलम के बचपन में ही देहांत हो गया था और उसके बाद में परवरिश कसलूम बनो ने की थी। इनकी पत्नी संजू ग्रहणी है वही तीन बेटियां व एक बेटा है।
भतीजा भी है सेना में
शहीद असलम के भतीजे इमरान भी सेना में है।वे हाल ही में सेना में भर्ती हुए है वही परिवार के ही सिकंदर खान सेना से रिटायर है।


Conclusion:बाइट: सिकंदर खान, परिवार के सदस्य
परिवार के सदस्य सिकंदर खान का कहना है कि जम्मू कश्मीर में एक सर्च ऑपरेशन के दौरान असलम खान के शहादत होने की सूचना मिली। उनकी पार्थिव देह शाम को 5 बजे कलेक्ट्रेट आएगी। उसके बाद में उसे गांव राणासर लाया जाएगा जहां से ससम्मान के साथ में सुपुर्द ए खाक किया जाएगा।
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