सादुलपुर (चूरू). क्षेत्र के रामपुरा गांव में हुई पथरबाजी की घटना को लेकर शुक्रवार को भेसली गांव में सर्वसमाज आक्रोश रैली का आयोजन किया गया. रामपुरा सरपंच नरेश मेघवाल की अध्यक्षता में आयोजित रैली की मुख्या अतिथि विधायक कृष्णा पूनिया रहीं. वहीं इस दौरान हुए सम्मेलन में आसपास के गांवों के हजारों लोगों ने भाग लिया.
पूर्व प्रधान निर्मला सिंघल ने कहा कि राजेन्द्र राठौड़ ने रामपुरा गांव में आकर जो माहौल बिगाड़ा है, वह गलत है. वो यहां आकर मौत पर राजनीति कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सुनियोजित प्लानिंग कर यह राजनीति का खेल खेला गया है. बार-बार राजगढ़ आकर वे राजनीति कर रहे हैं. रैली में आए लोगों ने पुलिस प्रशासन से पथराव के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग भी की है.
रैली को संबोधित करते हुए विधायक कृष्णा पूनिया ने कहा कि चुनाव के समय जनता से वादा किया था कि चुनाव जीतने के बाद विकास के काम करवाउंगी और वादे पर खरी उतरी हूं. चुनाव जीतते ही सबसे पहले कन्या महाविद्यालय लेकर आई, जो आज शुरू हो चुका है. युवाओं के हाथ में पत्थर, हथियार नहीं देना चाहती, कलम देना चाहती हूं.
पूनिया ने कहा कि जिन-जिन नेताओं ने रामपुरा में माहौल खराब किया और पथरबाजी करवाई, उनको जवाब देना होगा. उन्होंने कहा कि लोगों से अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम लाने का वादा किया था. आज वो स्टेडियम मैं लेकर आई हूं.
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रामपुरा गांव घटना पर जताया रोष
सादुलपुर के रामपुरा गांव में गर्भवती महिला की मौत के बाद जो तनाव उपजा उसको लेकर वक्ताओं ने रोष जताया है. इस घटनाक्रम पर प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़, पूर्व सांसद राम सिंह कस्वां और पूर्व विधायक मनोज न्यागली को जिम्मेदार ठहराया है. सर्वसमाज की आक्रोश रैली में पहुंचे वक्ताओं ने सबसे ज्यादा नेताओं को दोषी ठहराया है. उन्होंने कहा कि इन सब घटनाओं के बाद जो तनाव उपजा है, ये इन्ही की बदौलत है. पूनिया ने कहा कि रामपुरा गांव में पीड़ित परिवार के पास मदद के लिए गई थी. कार्यकर्ता पीड़ित परिवार का सहयोग करना चाहता है, लेकिन वहां पर उपस्थित नेताओं के इशारे पर पथरबाजी शुरू करवा दी.