चूरू. मानव तस्करी के मामले में दस्तयाब की गई असम की नाबालिग लड़की रविवार को अपने परिजनों से मिल पाई. दरअसल, नाबालिग लड़की का असम से अपहरण किया गया था और उसे दिल्ली के रास्ते तीन ट्रेनें बदलकर राजस्थान लाया गया था. बताया जा रहा है कि इसके बाद चूरू के पुनरास गांव में इसे दो लाख रुपये में बेच दिया गया था.
ये मामला असम के कामरूप जिले के सेईगांव थाना इलाके का है. इसमें खरीददार ने नाबालिग से ब्याह रचाया और फिर करीब 1 महीने 10 दिन तक इसे बंधक बनाकर रखा. नाबालिगा के विरोध करने पर बेल्ट से बेरहमी से पिटाई की जाती थी. बालिका के सिर और पीठ पर चोट के निशान अभी तक पड़े हैं.
इसके बाद चूरू चाइल्ड हेल्प लाइन ने तारानगर पुलिस के सहयोग से कार्रवाई की और 9 अप्रैल 2019 को पुनरास गांव से बालिका का रेस्क्यू कर लिया गया. असम पुलिस की टीम चूरू बालिका आश्रय गृह पहुंची और बालिका को दस्तयाब किया. अब नाबालिग को असम पुलिस और परिजनों सौंप दिया गया है.
असम पुलिस के एएसआई दिलीप कुमार मेडी ने बताया कि चूरू में मानव तस्कर गिरोह सक्रिय है. पुलिस जांच में सामने आया है कि नाबालिग लड़कियों को असम के युवक प्रेम-जाल में फंसाकर बहला-फुसलाकर अगवा कर लेते हैं, फिर इन्हें दिल्ली और दिल्ली से अन्य राज्यों में बेच दिया जाता है.