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असम की नाबालिग का अपहरण कर लाया गया था राजस्थान... रेस्क्यू कर परिजनों और असम पुलिस को सौंपा

असम की नाबालिग का अपहरण कर राजस्थान के चूरू जिले में लाया गया था. चूरू चाइल्ड हेल्प लाइन ने रेस्क्यू नाबालिग को पुलिस की मदद से उसे रेस्क्यू कर परिजनों और असम पुलिस को सौंप दिया है.

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Published : Apr 29, 2019, 3:27 AM IST

मानव तस्करी के मामले में दस्तयाब की गई असम की नाबालिग लड़की रविरार को अपने परिजनों से मिली

चूरू. मानव तस्करी के मामले में दस्तयाब की गई असम की नाबालिग लड़की रविवार को अपने परिजनों से मिल पाई. दरअसल, नाबालिग लड़की का असम से अपहरण किया गया था और उसे दिल्ली के रास्ते तीन ट्रेनें बदलकर राजस्थान लाया गया था. बताया जा रहा है कि इसके बाद चूरू के पुनरास गांव में इसे दो लाख रुपये में बेच दिया गया था.

ये मामला असम के कामरूप जिले के सेईगांव थाना इलाके का है. इसमें खरीददार ने नाबालिग से ब्याह रचाया और फिर करीब 1 महीने 10 दिन तक इसे बंधक बनाकर रखा. नाबालिगा के विरोध करने पर बेल्ट से बेरहमी से पिटाई की जाती थी. बालिका के सिर और पीठ पर चोट के निशान अभी तक पड़े हैं.

इसके बाद चूरू चाइल्ड हेल्प लाइन ने तारानगर पुलिस के सहयोग से कार्रवाई की और 9 अप्रैल 2019 को पुनरास गांव से बालिका का रेस्क्यू कर लिया गया. असम पुलिस की टीम चूरू बालिका आश्रय गृह पहुंची और बालिका को दस्तयाब किया. अब नाबालिग को असम पुलिस और परिजनों सौंप दिया गया है.

मानव तस्करी के मामले में दस्तयाब की गई असम की नाबालिग लड़की रविरार को अपने परिजनों से मिली

असम पुलिस के एएसआई दिलीप कुमार मेडी ने बताया कि चूरू में मानव तस्कर गिरोह सक्रिय है. पुलिस जांच में सामने आया है कि नाबालिग लड़कियों को असम के युवक प्रेम-जाल में फंसाकर बहला-फुसलाकर अगवा कर लेते हैं, फिर इन्हें दिल्ली और दिल्ली से अन्य राज्यों में बेच दिया जाता है.

चूरू. मानव तस्करी के मामले में दस्तयाब की गई असम की नाबालिग लड़की रविवार को अपने परिजनों से मिल पाई. दरअसल, नाबालिग लड़की का असम से अपहरण किया गया था और उसे दिल्ली के रास्ते तीन ट्रेनें बदलकर राजस्थान लाया गया था. बताया जा रहा है कि इसके बाद चूरू के पुनरास गांव में इसे दो लाख रुपये में बेच दिया गया था.

ये मामला असम के कामरूप जिले के सेईगांव थाना इलाके का है. इसमें खरीददार ने नाबालिग से ब्याह रचाया और फिर करीब 1 महीने 10 दिन तक इसे बंधक बनाकर रखा. नाबालिगा के विरोध करने पर बेल्ट से बेरहमी से पिटाई की जाती थी. बालिका के सिर और पीठ पर चोट के निशान अभी तक पड़े हैं.

इसके बाद चूरू चाइल्ड हेल्प लाइन ने तारानगर पुलिस के सहयोग से कार्रवाई की और 9 अप्रैल 2019 को पुनरास गांव से बालिका का रेस्क्यू कर लिया गया. असम पुलिस की टीम चूरू बालिका आश्रय गृह पहुंची और बालिका को दस्तयाब किया. अब नाबालिग को असम पुलिस और परिजनों सौंप दिया गया है.

मानव तस्करी के मामले में दस्तयाब की गई असम की नाबालिग लड़की रविरार को अपने परिजनों से मिली

असम पुलिस के एएसआई दिलीप कुमार मेडी ने बताया कि चूरू में मानव तस्कर गिरोह सक्रिय है. पुलिस जांच में सामने आया है कि नाबालिग लड़कियों को असम के युवक प्रेम-जाल में फंसाकर बहला-फुसलाकर अगवा कर लेते हैं, फिर इन्हें दिल्ली और दिल्ली से अन्य राज्यों में बेच दिया जाता है.

Intro:चूरू असम की नाबालिगा रविवार को आखिरकार अपनो से मिल ही गयी।फिल्मी स्टाइल में नाबालिगा का असम से अपहरण कर उसे दिल्ली के रास्ते तीन ट्रेने बदल कर राजस्थान लाया गया था।और जिले के पुनरास गांव में दो लाख रुपए में बेचा गया था।मामला मानव तस्करी का था।रविवार को असम पुलिस और परिजनों को नाबालिग को बालिका आश्रय गृह ने सौप दिया।


Body:चूरू असम के कामरूप जिले के सेईगांव थाना इलाके से 15 साल की नाबालिक का अपहरण कर चुरू जिले के गांव पुनरास में 2 लाख रुपए में बेचे जाने के मामले में आज असम पुलिस की टीम चूरू बालिका आश्रय गृह पहुंची और बालिका को दस्तयाब किया चूरू चाइल्ड हेल्प लाइन ने तारानगर पुलिस के सहयोग से कार्रवाई करते हुए 9 अप्रैल 2019 को पुनरास गांव से बालिका का रेस्क्यू किया था। आपको बता दें की असम की इस नाबालिगा बालिका को दो लाख रुपए में पुनरास गांव के अर्जुन को बेचा गया था। इस खरीददार ने नाबालिग बालिका से ब्याह रचाया और फिर करीब 1 महीने 10 दिन तक इसे बंधक बना नाबालिगा के साथ मनमर्जी की बालिका के विरोध करने पर इसकी बेल्ट से बेरहमी से पिटाई की जाती थी। बालिका के सिर और पीठ पर चोट के निशान अभी तक पड़े हैं।


Conclusion:इधर असम पुलिस के एएसआई दिलीप कुमार मेडी ने भी माना की चूरू जिले में मानव तस्कर गिरोह सक्रिय है। पुलिस जांच में सामने आया है। की नाबालिक बालिकाओं को असम के युवक प्रेम जाल में फसाकर बहला-फुसलाकर अगवा कर लेते हैं।फिर इन्हें दिल्ली में और दिल्ली से अन्य राज्यों में बेच दिया जाता है

बाईट_राजेश अग्रवाल,डायरेक्टर चाइल्ड हेल्प लाइन

बाईट_दिलीप मेड़ी,असम पुलिस
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