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चूरू में मानसून को लेकर प्रशासन ने शुरू की तैयारियां - चूरू

मानसून की दस्तक से पहले ही चूरू जिला प्रशासन ने इसे लेकर तैयारियां शुरू कर दी है. शहर व जिले में जलभराव वाले इलाकों से पानी निकासी के इंतजाम के साथ ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं.

SDM श्वेता कोचर
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Published : Jun 18, 2019, 10:59 PM IST

चूरू. मानसून की बारिश भला किसे नहीं सुहाती, लेकिन अगर बात चूरू की करें तो यहां के कई इलाके के लोगों को बारिश से पहले ही डर सताने लगा है. दरअसल, उनके इस डर का कारण है शहर में बनी गन्दे पानी की गिनाणियां है. जिनमें चूरू शहर का गंदा पानी एकत्रित होता है.

मानसून को लेकर प्रशासनिक स्तर पर शुरू हुई तैयारियां

हल्की बारिश में ही यह गिनाणियां और डिग्गी टूट जाती है. जिससे इन गिनाणियों का गंदा पानी आस-पास के क्षेत्र के लोगों पर कहर बरपाता है. गत सालों में नुकसान लेकर आने वाली इस समस्या से बचाव के लिए प्रशासन तैयारियों में जुट गया है. जिला प्रशासन का दावा है कि हर परिस्थिति से बचाव के लिए पर्याप्त संसाधन भी जुटा लिए गए हैं.

इसे ध्यान में रखते हुए कंट्रोल रूम स्थापित किया जा चुका है और गांव में ग्राम विकास अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं. इसके अलावा संभावित जलभराव वाले क्षेत्रों का चिन्हिकरण किया गया तो वहीं गिनाणियों एवं नालों की सफाई व्यवस्था भी शुरू की जा चुकी है. वहीं नगर परिषद की ओर से पानी निकासी के लिए दर्जनों छोटे बड़े पंप सेट एवं जनरेटर मुहैया करवाए गए हैं.

चूरू. मानसून की बारिश भला किसे नहीं सुहाती, लेकिन अगर बात चूरू की करें तो यहां के कई इलाके के लोगों को बारिश से पहले ही डर सताने लगा है. दरअसल, उनके इस डर का कारण है शहर में बनी गन्दे पानी की गिनाणियां है. जिनमें चूरू शहर का गंदा पानी एकत्रित होता है.

मानसून को लेकर प्रशासनिक स्तर पर शुरू हुई तैयारियां

हल्की बारिश में ही यह गिनाणियां और डिग्गी टूट जाती है. जिससे इन गिनाणियों का गंदा पानी आस-पास के क्षेत्र के लोगों पर कहर बरपाता है. गत सालों में नुकसान लेकर आने वाली इस समस्या से बचाव के लिए प्रशासन तैयारियों में जुट गया है. जिला प्रशासन का दावा है कि हर परिस्थिति से बचाव के लिए पर्याप्त संसाधन भी जुटा लिए गए हैं.

इसे ध्यान में रखते हुए कंट्रोल रूम स्थापित किया जा चुका है और गांव में ग्राम विकास अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं. इसके अलावा संभावित जलभराव वाले क्षेत्रों का चिन्हिकरण किया गया तो वहीं गिनाणियों एवं नालों की सफाई व्यवस्था भी शुरू की जा चुकी है. वहीं नगर परिषद की ओर से पानी निकासी के लिए दर्जनों छोटे बड़े पंप सेट एवं जनरेटर मुहैया करवाए गए हैं.

Intro:चूरू_ मानसून को लेकर जिला प्रशासन हुआ सतर्क,जलभराव और बाढ़ से राहत के लिए जुटाए जा रहे हैं संसाधन, बारिश के दौरान शहर के निचले इलाकों में हालात हो जाते हैं गंभीर, गंदे पानी की डिग्गी टूटने की आशंका से खौफजादा है वाशिंदे।


Body:चूरू मानसून की बारिश किसे नहीं सुहाती लेकिन अगर बात चूरू की करें तो यहां के लोग बारिश से पहले ही ख़ौफ़ जदा है। इस ख़ौफ़ का कारण शहर में बनी गन्दे पानी की गिनाणीया है। जिसमें चूरू शहर का तमाम गंदा पानी इकट्ठा होता है। हल्की बारिश में ही यह गिनाणीया और डिग्गी टूट जाती है। जिससे इन गिनाणीयो का गंदा पानी गाज बनकर कहर बरपाता है। गत सालों में तबाही लेकर आने वाली इस आपदा से बचाव के लिए प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। जिला प्रशासन का दावा है। कि हर परिस्थिति से बचने के लिए पर्याप्त संसाधन भी जुटा लिए गए हैं।




Conclusion:कंट्रोल रूम स्थापित किया जा चुका है और गांव में विकास अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं जलभराव की संभावना के दृष्टिगत संवेदनशीलता एवं संकटग्रस्त क्षेत्रों का चिन्हित करण किया गया तो गिनाणीयो एव नालों की साफ सफाई व्यवस्था भी शुरू की गयी। नगर परिषद द्वारा पानी निकासी हेतु दर्जनों छोटे बड़े पंप सेट एवं जनरेटर मुहैया करवाए गए हैं

बाईट_श्वेता कोचर,उपखंड अधिकार चूरू
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