चूरू. जिस महामारी के आतंक के साए में जहां आज विश्व के अनेकों देश जी रहे है. उसी कोविड-19 महामारी को चूरू के चिकित्सा विभाग की दिन रात की मेहनत और जिला प्रसाशन की माकूल व्यवस्थाओं के दम पर मात दी जा रही है.
राजस्थान का यह पहला मामला होगा जब किसी जिले के कोविड केयर सेंटर से एक साथ दस कोरोना पॉजिटिव मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आई है. आखिरकार कैसे पॉजिटिव से नेगेटिव हुए ये मरीज इन्हीं सब बातों को जानने के लिए ईटीवी भारत ने मरीज और उपचार करने वाले चिकित्सकों से बात की.
जिला मुख्यालय के एएनएम नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर की है, जहां इन दिनों इस ट्रेनिंग सेंटर को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है. जहां पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों को रखा जा रहा है और उनका उपचार किया जा रहा है. दरअसल, जिले में 8 से 12 मई के बीच मे कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इन सभी लोगों को उपचार के लिए इस कोविड केयर सेंटर लाया गया और जहां मात्र दस से 12 दिनों के अंदर यह सभी कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हो गए.
WHO और ICMR की गाइडलाइन के अनुसार किया उपचार
एक साथ दस मरीजों का पॉजिटिव का नेगेटिव होना बड़ी बात है. इसी सिलसिले में डॉक्टर दीपक चौधरी से बात की तो उन्होंने बताया, कि यह सभी एसिंप्टोमेटिक थे. इनमें सर्दी, जुखाम, खांसी और बुखार आदि के लक्षण नहीं पाए गए थे. डब्ल्यूएचओ और आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार इन्हें दवाइयां दी गई.
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इम्यूनिटी बढ़ाने की लिए लिया काढ़े का सहारा
कोरोना से जंग लड़ रहे इन लोगों का जहां एक और डब्ल्यूएचओ और आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार उपचार किया गय, तो पॉजिटिव लोगों की इम्यूनिटी बूस्टअप करने के लिए आयुर्वेदिक काढ़े का सहारा लिया गया.
2 की रिपोर्ट आई नेगेटिव
चिकित्सक डॉ. दीपक चौधरी ने बताया, कि कोरोना पॉजिटिव आए इन लोगों की दो जांच कोरोना नेगेटिव आने के बाद ही इन्हें डिस्चार्ज किया गया है और डिस्चार्ज करते समय इन्हें होम क्वॉरेंटाइन में रहने की सख्त हिदायत भी दी है.