चित्तौड़गढ़. चक्रवाती तौकते को गुजरे हुए 2 दिन से अधिक का समय होने को आया है, लेकिन उसका असर अब भी दिखाई दे रहा है. इसके साथ ही चक्रवात से मौसम में ठंडक घुली है तो वहीं जलाशयों में भी पानी की आवक हुई है. जिसका असर वन्य जीवों की गणना पर देखने को मिला है.
जयपुर मुख्यालय के आदेश पर 26 मई को होने वाली वन्य जीव गणना को अब स्थगित कर दिया गया है. अब एक माह बाद वन्य जीवों की गणना होगी. इस संबंध में मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन प्रतिपालक जयपुर ने शुक्रवार को एक आदेश जारी किया है. इसमें उन्होंने बताया कि बाघ और बघेरों सहित अन्य वन्य जीवों की संख्या आकलन वर्ष-2021 को लेकर पूर्व में वैशाख माह में ग्रीष्म ऋतु की पूर्णिमा 26 मई को करवाना निश्चित किया गया था. लेकिन पूरे प्रदेश में 16 से 19 मई तक अच्छी बरसात हुई है. इससे वन क्षेत्रों में वाटर हॉल के अतिरिक्त भी अन्य स्थानों पर काफी पानी की उपलब्धता हो गई है.
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ऐसे में 26 मई को प्रस्तावित वन्य जीव गणना स्थगित कर दी गई है. वहीं, आगामी माह ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा 24 जून को अब वन्य जीवों की गणना के लिए तिथि निश्चित की गई है. आंकलन की पूर्व तैयारी के लिए 24 मई को मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली वीसी को भी स्थगित कर दिया गया है. गौरतलब है कि वन्यजीवों की गणना वाटर हॉल पद्धति से की जाती है. इसमें वाटर हॉल पर पानी पीने आने वाले वन्य जीवों की गणना होती है. लेकिन गत 16 से 19 मई के बीच चक्रवात तौकते के कारण पूरे प्रदेश में अच्छी बरसात हुई है. इससे वन क्षेत्रों में पानी की अच्छी आवक हुई है.
ऐसे में वन्य जीव वाटर हॉल पर पानी पीने आने की संभावनाएं कम हो गई है. ऐसे में वन्य जीवों का वास्तविक आंकलन करना मुश्किल होगा. ऐसे में जयपुर मुख्यालय के आदेश पर वन्य जीवों की गणना स्थगित कर दी गई है. इस संबंध में उप वन संरक्षक वन्यजीव चित्तौड़गढ़ टी मोहनराज ने बताया कि पूर्व में आए आदेश के अनुसार वन्य जीवों की गणना को लेकर तैयारियां की जा रही थी, लेकिन शुक्रवार को ही इस संबंध में नया आदेश प्राप्त हुआ है. इसमें प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक ने 26 मई को होने वाली वन्य जीव गणना को स्थगित करने का आदेश दिया है.