चित्तौड़गढ़. जिले के निंबाहेड़ा क्षेत्र में एक डंपर ने स्कूटी सवार छात्रा को टक्कर मार दी. इस हादसे में छात्रा की मौत हो गई. जबकि उसका एक भाई घायल हो गया. इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश छा गया और मार्ग पर जाम लगा दिया. ग्रामीणों की मांग थी कि मृतका के परिजनों को मुआवजे के साथ नौकरी दी जाए. मौके की नजाकत को देखते हुए मौके पर पुलिस बल मौजूद है. दोपहर तक भी ग्रामीण मौके पर डटे थे और दोनों ही और वाहनों की कतारे लगी थीं.
पुलिस व ग्रामीणों के अनुसार सदर थाना अंतर्गत रसूलपुर निवासी 19 वर्षीय निशा पुत्री मोहन बैरवा अपने चचेरे भाई विनोद पुत्र भूरा के साथ स्कूटी पर निंबाहेड़ा के लिए रवाना हुई. स्कूटी उसका चाचा चला रहा था. बीच रास्ते अचानक डंपर ने स्कूटी को चपेट में ले लिया. हालांकि निशा का चाचा बाल-बाल बच गया, लेकिन निशा डंपर के पहियों तले कुचली गई. वहीं विनोद भी बुरी तरह से जख्मी हो गया. यह देखकर आसपास के लोग दौड़ पड़े और परिजनों को सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंच गई और एंबुलेंस से दोनों को निंबाहेड़ा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां निशा को मृत घोषित कर दिया गया. जबकि विनोद को भर्ती कर लिया गया.
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पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया, लेकिन परिजनों ने शव नहीं उठाया और बड़ी संख्या में ग्रामीण दुर्घटना स्थल पर पहुंच गए तथा जाम लगा दिया. ग्रामीणों ने बीच रास्ते कांटे बिछा दिए और अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए. उनका आरोप था कि जेके सीमेंट प्लांट में चलने वाले वाहनों से आए दिन इस प्रकार के हादसे होते रहते हैं. ग्रामीण मृतका के परिजनों को उचित सहायता राशि और परिवार के एक सदस्य को नौकरी की मांग पर अड़े थे. दोपहर 2 बजे तक भी कोई नतीजा नहीं निकाला. नतीजतन, दोनों ही और वाहनों की लंबी-लंबी लाइन लग गई और यात्रियों के साथ वाहनों में सवार लोग भी परेशान नजर आए.
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थाना प्रभारी वीरेंद्र धाकड़ के अनुसार मृतक छात्र का पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सौंप दिया गया, लेकिन परिवार के लोग ग्रामीणों के साथ अपनी कुछ मांगों को लेकर अड़े हैं. उनकी मांग है कि सहायता राशि के साथ एक सदस्य को नौकरी दी जाए. डंपर चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है.