चित्तौड़गढ़. शहर के सदर थाना क्षेत्र में ट्रैक्टर की चपेट में आने से एक किशोर की मौत हो गई थी. परिजन मुआवजे की मांग पर अड़े थे. लगभग 24 घंटे में 2 लाख की मुआवजा राशि पर परिजन पोस्टमार्टम कराने को तैयार हुए और पीएम करवा कर शव अपने घर ले गए.
सहायक पुलिस उप निरीक्षक सुभाष कुमारी के अनुसार सदर थाना अंतर्गत कपासन रोड स्थित नरपत की खेड़ी पुलिया के पास कल शाम ट्रैक्टर-ट्रॉली की चपेट में आने से बोदियाना गांव निवासी 15 वर्षीय राहुल पुत्र नारायण भील घायल हो गया. वहां मौजूद लोगों ने उसे गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव मोर्चरी में रखवा दिया परिजनों को सूचना दी. सोमवार दोपहर परिवार के लोग मोर्चरी पहुंचे, लेकिन सहायता राशि की मांग को लेकर शव का पोस्टमार्टम कराने को तैयार नहीं थे. उनकी मांग थी कि मृतक के परिजन अत्यंत गरीब हैं. ऐसे में उनकी सहायता के लिए 5 लाख का मुआवजा दिया जाए.
दोपहर बाद चित्तौड़गढ़ पंचायत समिति प्रधान के प्रतिनिधि और धनेत कला ग्राम पंचायत के सरपंच रणजीत सिंह भाटी मोर्चरी पहुंचे और बातचीत शुरू की. इस दौरान 2 लाख की सहायता राशि पर समाज के लोग पोस्टमार्टम के लिए तैयार हो गए. राणा पूंजा भील समाज विकास समिति के अध्यक्ष गोपाल लाल आकोडिया के अनुसार प्रधान प्रतिनिधि के आश्वासन पर पोस्टमार्टम करा कर परिजन शव को घर ले गए. उन्होंने बताया कि मृतक राहुल आठवीं कक्षा का छात्र था. वह छोटा-मोटा काम कर परिवार का सहयोग करता था. ट्रैक्टर मालिक बोदियाना निवासी दिनेश प्रजापत ईंट भट्टा चलाता है. ट्रैक्टर्र इंट भट्टे से ही आ रहा था कि बीच रास्ते राहुल को चपेट में ले लिया.