चित्तौड़गढ़. जिले के गंगरार थाना क्षेत्र में आने वाले बोरदा गांव में 3 दिन पहले एक विवाहिता के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था. इसी दिन पुलिस ने प्रकरण तो दर्ज कर लिया लेकिन 3 दिन बाद भी आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर है. ऐसे में रविवार को अवकाश के बावजूद भी ग्रामीण चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पहुंचे और जिला कलेक्टर से आरोपी को गिरफ्तार करने की गुहार लगाई और जिला कलेक्टर के नाम पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
जानकारी में सामने आया कि विवाहिता के साथ दुष्कर्म की घटना चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार थाना क्षेत्र के बोरदा गांव में 18 जून को दोपहर 3 बजे हुई थी. पीड़िता घर में थी जबकि पति बाहर काम से गए हुए थे. इसी दौरान आरोपी शराब के नशे में मकान में घुस गया और पीड़िता को पकड़ लिया. पीड़िता ने चिल्लाने का प्रयास किया तो उसने पीड़िता के पुत्र को चाकू की नोक पर रखते हुए धमकाया.
आरोपी ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया और लोगों को इसकी जानकारी देने पर उसके पुत्र को जान से मारने की धमकी भी दी. शाम को पति जब काम से घर लौटा तो पीड़िता ने घटना की जानकारी उसे भी दी. इस संबंध में 18 जून को ही पीड़िता के पति ने गंगरार थाने में प्रकरण दर्ज करवा दिया था. इस मामले में अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.
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चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे परिजनों ने जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा से न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की है. वहीं अतिरिक्त जिला कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में बताया कि आरोपी की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है और वो परिवार को धमकी दे रहा है. आरोपी कानूनी कार्रवाई नहीं करने के लिए दबाव भी बना रहा है. इस पर चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर के अलावा अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने भी गंगरार थाना अधिकारी से बात कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है. इस मामले में शनिवार को पीड़िता का मेडिकल करवा लिया गया है. गंगरार थानाधिकारी शिवराज गुर्जर ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज किया है और आरोपी की तलाश के लिए उसके गांव और उसके रिश्तेदारों के यहां दबिश दी जा रही है.