चित्तौड़गढ़. जिले के नवनियुक्त जिला कलेक्टर केके शर्मा ने मंगलवार सुबह बिना किसी पूर्व सूचना के जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया. औचक निरीक्षण के दौरान जहां कोविड अस्पताल में उचित व्यवस्था दिखी. वहीं, जिला चिकित्सालय में अव्यवस्थाएं मिली. इस दौरान कई चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ अनुपस्थित मिला. इन सभी को जिला कलेक्टर के निर्देश पर नोटिस देने की कार्रवाई की जा रही है.
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गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ही नवनियुक्त जिला कलेक्टर केके शर्मा ने पदभार ग्रहण किया था. एक सप्ताह से भी कम समय में जिला कलेक्टर एक्टिव मोड में आ गए हैं. मंगलवार सुबह करीब 8 बजे वो जिला चिकित्सालय पहुंच गए. जिला कलेक्टर को अस्पताल में देख स्टाफ के होश उड़ गए. कई चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ अस्पताल में ड्यूटी टाइम पर मौजूद नहीं मिला, जिसे भी बाद में सूचना मिली, उसने चिकित्सालय के लिए दौड़ लगा दी.
यहां निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर केके शर्मा ने जिला चिकित्सालय में उपस्थिति पंजिका की जांच की. उन्होंने चिकित्सकों एवं नर्सिंगकर्मियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी दिनेश वैष्णव को बुलाकर चिकित्सालय परिसर की साफ-सफाई पर असंतोष व्यक्त करते हुए नियमित साफ-सफाई के निर्देश दिए. साथ ही प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को चिकित्सालय में व्यवस्थाएं सुधारने के आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने चिकित्सालय के विभिन्न वार्डों एवं दवा वितरण केंद्र का भी निरीक्षण किया. इस दौरान दवाओं की उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए.
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इसके बाद जिला कलेक्टर निम्बाहेड़ा मार्ग पर बनाए गए अस्थाई कोविड-19 अस्पताल भी पहुंचे. यहां का भी निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने यहां कोविड-19 अस्पताल की व्यवस्थाओं की सराहना की. इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) मुकेश कुमार कलाल और प्रमुख चिकित्सा अधिकारी दिनेश वैष्णव मौजूद थे.