चित्तौड़गढ़. राजस्थान पर्यटन विकास निगम के कार्यकारी निदेशक सुभाष महरिया रविवार को चित्तौड़गढ़ पहुंचे. अपने व्यक्तिगत दौरे के दौरान ईटीवी भारत ने उनसे खास बातचीत की और निगम की भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की. महरिया ने लंबे समय बाद पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने पर खुशी जताते हुए कहा कि कोरोना का असर अब धीरे-धीरे कम हो रहा है और लोग फिर से पर्यटन केंद्रों की ओर आकर्षित हो रहे हैं.
उन्होंने कहा की पर्यटकों के आने से निगम को भी खासा फायदा मिल रहा है क्योंकि कोरोना में हमने न केवल सुविधाओं को बेहतर किया है बल्कि अपने होटलों के किराए में 30% तक कमी कर दी. इसके अलावा निगम का सिक्योरिटी सिस्टम और ओपन स्पेस लोगों को काफी आकर्षित करता रहा है. इसका नतीजा यह रहा कि कोरोना काल के बाद पर्यटक आरटीडीसी की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं.
कार्यकारी निदेशक ने प्राइवेट सेक्टर से प्रतिस्पर्धा के सवाल पर कहा कि वे अपने निर्णय लेने में पूरी तरह से आजाद होते हैं जबकि हमें सरकार की सारी प्रक्रियाओं से गुजरना होता है फिर भी हमने यूनिट प्रबंधकों के अधिकार बढ़ाएं हैं, जिससे सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान हमारी शाही रेल पूरी तरह से बंद रही, जिसका हमने फायदा उठाते हुए कर्मचारियों को निगम की यूनिट्स में लगा दिया. इससे हम हमारी फैसिलिटी को और भी बेहतर बनाने में कामयाब रहे.
उन्होंने बताया कि हम और भी कई नवाचार कर रहे हैं. वर्तमान में प्रदेश में हमारी 30 यूनिट चल रही हैं. इनमें से बड़ी संख्या में वे यूनिट भी शामिल हैं जो कि अंदरूनी इलाकों में संचालित हैं. पर्यटकों के बूम को देखते हुए हम इस प्रकार की यूनिट के अलावा सीजनल यूनिट को लाइसेंस पैटर्न पर 3 से लेकर 5 साल तक देने जा रहे हैं. इसका प्रस्ताव सरकार को भेज दिया गया है. सरकार की अनुमति के साथ ही बंद यूनिट्स में से कई ऑपरेट होने लगेंगी. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस प्रस्ताव से निगम कई यूनिट्स फिर से शुरू करने में सफल होगा.