चित्तौड़गढ़. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा चित्तौड़गढ़ दौरे पर रहे. इस दौरान डोटासरा ने केंद्र की मोदी सरकरा पर जमकर निशाना साधा. डोटासरा ने कहा पीएम मोदी संघीय ढ़ांचे को तहस-नहस करने में लगे हुए हैं.
डोटासरा ने कहा कि एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने के साथ-साथ उन्होंने कई आमूलचूल परिवर्तन भी किए. सावरकर और महाराणा प्रताप के अध्याय का हवाला देते हुए उन्होंने साफ कहा कि सावरकर को पाठ्यक्रम में रखा गया है परंतु उन्हें कतई वीर नहीं कहा जा सकता. महाराणा प्रताप पर अपनी बात रखते हुए कहा कि वो धर्म युद्ध के लिए नहीं बल्कि अपने स्वाभिमान के लिए लड़े थे. वह आज भी हमारे प्रेरणा स्त्रोत्र हैं. शिक्षक संगठनों की ओर से हर स्थान पर ज्ञापन दिए जाने पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने उनकी हर जायज मांग पर काम किया है, लेकिन उन्हें भी काम बताना होगा. पुरानी पेंशन स्कीम बीते जमाने की बात हो चुकी है. ऐसे में उसकी बार-बार मांग करना ठीक नहीं है.
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इस दौरान समारोह में बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद थे. ऐसे में शिक्षा मंत्री डोटासरा ने जब टीएसपी नॉन टीएसपी पर काम करने की बात कही तो पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. उन्होंने कहा कि अब हर जगह पर शिक्षकों की भरपाई हो गई है तो इस मसले पर भी सरकार आगे बढ़ रही है, लेकिन यह पूरा मामला केंद्र सरकार के क्षेत्राधिकार में है. हम फिर से प्रयास करेंगे.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी घेरा और कहा कि उनके सामने सांसद तो क्या मंत्री तक अपना मुंह नहीं खोल पाते. कोरोना के नाम पर सांसद निधि की राशि बंद कर दी गई और तो और प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना पर भी एक सर्कुलर जारी कर दिया गया, जिसमें सांसद के हाथों शिलान्यास करने की पाबंदी लगा दी गई जो कि संघीय ढांचे पर हमला है.