चित्तौड़गढ़. उदयपुर हत्याकांड के बाद से राशमी क्षेत्र में भी असामाजिक तत्वों की हरकतों से आमजन दहशत में है. समुदाय विशेष के लोगों की ओर से 2 दिनों में मारपीट और धमकाए जाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. इन घटनाओं के विरोध में राशमी के लोगों ने रविवार को जुलूस निकाला और हनुमान चालीसा का पाठ कर नाराजगी जताई. साथ ही इस प्रकार की वारदातों की रोकथाम की मांग करते हुए राज्यपाल के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया.
घटना के विरोध में लोग चारभुजा मंदिर प्रांगण पर एकत्रित हुए और हनुमान चालीसा का पाठ (Attack on people after kanhaiya lal murder case) किया. इसके बाद जुलूस के रूप में पुलिस थाने पहुंचे और एक बार फिर हनुमान चालीसा का पाठ किया गया. इस दौरान सभी बाजार और दुकानें बंद रहीं. उपखंड अधिकारी नीता वसीटा, कपासन पुलिस उपाधीक्षक गीता चौधरी, थानाधिकारी आदर्श कुमार परिहार की उपस्थिति में कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया.
कपासन विधायक अर्जुन लाल जीनगर के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि उदयपुर में हुए हत्याकांड के बाद पूरे देश में आक्रोश है. ऐसे में राशमी में अलग-अलग स्थानों पर लगातार लोगों को भयभीत करने का प्रयास किया जा रहा हैं. 8 जुलाई को 6 युवकों ने विमल पुत्र भागीरथ लक्षकार निवासी डिण्डोली को जान से मारने की धमकी दी. इस मामले में प्रकरण दर्ज कराया गया है.
पढ़ें. Kanhaiya Lal Murder Case: प्रदेश में धारा 144 लागू, फिर भी विरोध प्रदर्शन का दौर जारी
इसके साथ ही 28 जून को ऊंचा गांव में रहने वाले प्रभुलाल पुत्र भेरूलाल आचार्य ने जब खेत की हकाई के पैसे मांगे तो ऊंचा बस स्टैंड पर समुदाय विशेष के लोगों ने उसके साथ बुरी तरह से मारपीट की. इसके बावजूद आरोपियों के विरुद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई. ज्ञापन में दोनों मामलों में दोषियों के खिलाफ शीघ्र एसआईटी और एनआईए से जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की मांग की गई है.
ज्ञापन देने के दौरान भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य दौलत कुमार पोखरना, मेवाड़ नवनिर्माण सेना के प्रांतीय अध्यक्ष कमलेश सुखवाल, विश्व हिंदू परिषद के निर्मल पोखरना, सुरेश चंद्र सुवालका, पुष्केंद्र सिंह चौहान, सरपंच बंशी लाल रेगर, रौशन लाल सुवालका, सुनील कुमार रांका, कुलदीप सुवालका सहित कई हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित रहे.