चित्तौड़गढ़. संस्कृति सेवा संस्थान के तत्वावधान में अगले वर्ष मई माह में होने वाले सर्व धर्म सामूहिक विवाह सम्मेलन के आयोजन को लेकर शनिवार को इसके पोस्टर का विमोचन किया गया है. इसके साथ ही विवाह योग्य जोड़े का पंजीयन भी शुरू हो गया है. पोस्टर विमोचन में कई समाज के लोग मौजूद रहे. इस संबंध में जानकारी देते हुए संस्थान के शाहीद हुसैन लौहार ने बताया कि चित्तौड़गढ़ शहर में पहली बार सर्व धर्म सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. इसके लिए सामूहिक विवाह सम्मलेन के पोस्टर का विमोचन किया गया है.
उन्होंने बताया कि 17 अक्टूबर से जोड़े का पंजीयन आरंभ किया गया है, जो 31 दिसम्बर तक चलेगा. इस दौरान आने वाले सभी आवेदकों को सम्मिलित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन से सभी व्यक्ति परेशान हैं. ऐसे में कई परिजन अपने विवाह योग्य संतानों का विवाह कराने में परेशानी महसूस कर रहे हैं. इसी को देखते हुए उन्होंने संस्कृति सेवा संस्थान के तत्वावधान में सर्व धर्म सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है. इस सम्मेलन में बिना किसी भेदभाव के सभी समाज के विवाह योग्य जोड़ों को सम्मिलित किया जाएगा. इसके लिए प्रत्येक पक्ष से 50 हजार रुपए की पंजीयन राशि ली जाएगी.
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14 मई को अक्षय तृतीया (आखा तीज) के अवसर पर हिन्दू समाज के जोड़ों का पूर्ण रिति-रिवाज के साथ विवाह सम्पन्न कराया जाएगा. इसके बाद 17 मई को मुस्लिम समाज के जोड़ों का विवाह सम्मेलन आयोजित होगा. संस्थान की ओर से नव विवाहित जोड़ो को सभी घरेलू सामान भेंट दिए जाएंगे. इसके साथ ही संस्थान द्वारा सामाजिक सरोकार के तहत सांवलियाजी बहुउद्धेश्यीय विकलांग विद्यालय चन्देरिया एवं अंजुमन पब्लिक स्कूल को 1-1 लाख रुपए की राशि भी भेंट की जाएगी. उन्होंने बताया कि सभी समाज के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा जन सम्पर्क और आग्रह के लिए अपने नाम की स्वीकृति प्रदान कर दी है. इस अवसर पर संस्कृति सेवा संस्थान के विशाल सोलंकी, राजेन्द्र प्रसाद, फादर जॉनी पी. अब्राहम, आरिफ अली सहित सभी धर्म और समाज के पदाधिकारी मौजूद रहे.