चित्तौड़गढ़. विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना को महामारी घोषित कर चुका और इससे बचाव के लिए एक गाइडलाइन भी जारी की लेकिन चित्तौड़गढ़ में इसकी कहां तक पालना की गई. लोग कितने सतर्क रहे इसका अंदाजा पुलिस विभाग की ओर से की गई कार्रवाई से लगाया जा सकता है. जहां पुलिस ने गाइडलाइन की अवहेलना के आरोप में न केवल बड़ी संख्या में कार्रवाइयां की बल्कि लाखों रुपए का जुर्माना भी वसूला. पिछले 1 साल में बतौर जुर्माना पुलिस विभाग के खाते में लगभग 66 लाख रुपए जमा हुए हैं.
पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने जिला ग्रामीण विकास सभागार में मीडिया के सामने यह आंकड़े उपलब्ध कराए. कोरोना से बचाव के लिए गाइडलाइन को सबसे अधिक महत्वपूर्ण बताते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दिसंबर 2020 से पुलिस विभाग की ओर से कार्रवाई अमल में लाई गई.
इसके अंतर्गत राजकार्य में बाधा के पांच मामले दर्ज किए गए और 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसी प्रकार पीसी एक्ट में 5 प्रकरणों में 11 लोगों की गिरफ्तारी की गई और बदमाशी अर्थात शांति भंग के मामले में 217 इस्तगासा पेश करते हुए 445 लोगों की गिरफ्तारी की गई.
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उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं लगाने के मामले में पुलिस ने 12765 लोगों के चालान बनाए और 3,63,9000 ₹ का जुर्माना वसूला गया. उन्होंने बताया कि पिछले एक साल के दौरान 307 दुकानदारों के खिलाफ चालान की कार्रवाई करते हुए ₹153000 वसूले गए. वहीं सर्तिक स्थान पर पहुंचने के विचारों मामलों में ₹19000 की जुर्माना वसूली की गई. भार्गव के अनुसार कुल मिलाकर 51312 कार्रवाई करते हुए 6,63,9000 रुपए बतौर जुर्माना वसूला गया.