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चित्तौड़गढ़ में पुलिस ने पकड़ा नकली मावा, दूसरे दिन भी सैंपलिंग के लिए नहीं पहुंचा फूड इंस्पेक्टर

चित्तौड़गढ़ के निकट भंडारिया गांव में पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़ी मात्रा में नकली मावा सहित नकली मावा बनाने की सामग्री पकड़ी है. जिसको लेकर अब तक कोई प्रकरण दर्ज नहीं हो पाया है और नाही कोई कार्रवाई आगे बढ़ी है.

Police caught fake mawa
चित्तौड़गढ़ में पुलिस ने पकड़ा नकली मावा
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Published : Feb 23, 2021, 1:45 PM IST

चित्तौड़गढ़. शहर के निकट भंडारिया गांव में पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़ी मात्रा में नकली मावा सहित नकली मावा बनाने की सामग्री पकड़ी है. इसमें अब तक कोई प्रकरण दर्ज नहीं हो पाया है और नाही कोई कार्रवाई आगे बढ़ी है. इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि 19 घंटे से भी ज्यादा समय बीत गया लेकिन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से फूड इंस्पेक्टर ना तो पुलिस थाने पहुंचा है ना ही भंडारिया गांव में. ऐसे में पुलिस ने इस नकली मावे को सुरक्षित रखवा दिया है और फूड इंस्पेक्टर का इंतजार किया जा रहा है.

वहीं, पुलिस ने जब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से संपर्क किया तो जवाब मिला कि विभाग के पास अभी फूड इंस्पेक्टर नहीं है और उन्हें जब्त करने का भी अधिकार नहीं है. जानकारी में सामने आया कि स्पेशल टीम को मुखबीर से भंडारिया गांव में नकली मावा बनाने की सूचना मिली थी. इस सूचना के बाद जिला स्पेशल टीम ने सदर थाना पुलिस चित्तौड़गढ़ के साथ भंडारिया गांव में दबिश दी. मौके पर बड़ी मात्रा में नकली मावा मिला.

इसके साथ ही केमिकल पाउडर, पाम ऑयल, सिंथेटिक कलर सहित अन्य नकली मावा बनाने की सामग्री और खराब हो चुका नकली मावा भी फ्रिज में पड़ा हुआ मिला. इन सभी का वजन करीब 500 किलो से ज्यादा बताया जा रहा है. इस संबंध में पुलिस ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से संपर्क किया तो फूड इंस्पेक्टर को भेजने को लेकर कोई संतोषप्रद जवाब नहीं मिला. जिसपर पुलिस ने नकली मावा बनाने में काम आने वाले पदार्थ को डिटेन कर रखा है और सैंपल के लिए सुरक्षित रखवा दिया है.

पढ़ें: कोटा की बेटी अरुंधति ने मुक्केबाजी में अफ्रीका में लहराया तिरंगा, जीता गोल्ड मेडल

इसके अलावा मंगलवार को भी फूड इंस्पेक्टर मौके पर नहीं पहुंचा. इस बात को करीब 19 घंटे होने आए हैं. पुलिस फूड इस्पेक्टर के इंतजार में बैठी हुई है. इधर, पुलिस ने मंगलवार को भी सीएमएचओ से संपर्क किया तो वहां से जवाब मिला कि उनके पास कोई फूड इंस्पेक्टर उपलब्ध नहीं है. जिसे कार्रवाई के लिए भेजा जाए. ऐसे में पुलिस का जाब्ता नकली मावे की निगरानी में तैनात किया हुआ है.

इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामकेश गुर्जर ने बताया कि चित्तौड़गढ़ में अभी एफएसओ नहीं है. पुलिस की ओर से सूचना मिली थी नकली मावा पकड़ने की. जयपुर इस संबंध में अवगत करवा दिया गया है. वहां से एफएसओ को भेजा जाएगा तो वो ही सैंपल ले पाएगा. इधर, जानकार सूत्रों ने बताया है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जयपुर उच्च अधिकारियों को इस बारे में बताया और फूड इंस्पेक्टर भेजने का आग्रह किया था. इस पर मंगलवार सुबह फूड इंस्पेक्टर को जयपुर से चित्तौड़गढ़ नकली मावे का सैंपल लेने के लिए रवाना कर दिया गया है. लेकिन दोपहर तक वह चित्तौड़गढ़ नहीं पहुंचा है. ऐसे में पुलिस फूड इंस्पेक्टर का इंतजार कर रही है.

चित्तौड़गढ़. शहर के निकट भंडारिया गांव में पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़ी मात्रा में नकली मावा सहित नकली मावा बनाने की सामग्री पकड़ी है. इसमें अब तक कोई प्रकरण दर्ज नहीं हो पाया है और नाही कोई कार्रवाई आगे बढ़ी है. इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि 19 घंटे से भी ज्यादा समय बीत गया लेकिन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से फूड इंस्पेक्टर ना तो पुलिस थाने पहुंचा है ना ही भंडारिया गांव में. ऐसे में पुलिस ने इस नकली मावे को सुरक्षित रखवा दिया है और फूड इंस्पेक्टर का इंतजार किया जा रहा है.

वहीं, पुलिस ने जब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से संपर्क किया तो जवाब मिला कि विभाग के पास अभी फूड इंस्पेक्टर नहीं है और उन्हें जब्त करने का भी अधिकार नहीं है. जानकारी में सामने आया कि स्पेशल टीम को मुखबीर से भंडारिया गांव में नकली मावा बनाने की सूचना मिली थी. इस सूचना के बाद जिला स्पेशल टीम ने सदर थाना पुलिस चित्तौड़गढ़ के साथ भंडारिया गांव में दबिश दी. मौके पर बड़ी मात्रा में नकली मावा मिला.

इसके साथ ही केमिकल पाउडर, पाम ऑयल, सिंथेटिक कलर सहित अन्य नकली मावा बनाने की सामग्री और खराब हो चुका नकली मावा भी फ्रिज में पड़ा हुआ मिला. इन सभी का वजन करीब 500 किलो से ज्यादा बताया जा रहा है. इस संबंध में पुलिस ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से संपर्क किया तो फूड इंस्पेक्टर को भेजने को लेकर कोई संतोषप्रद जवाब नहीं मिला. जिसपर पुलिस ने नकली मावा बनाने में काम आने वाले पदार्थ को डिटेन कर रखा है और सैंपल के लिए सुरक्षित रखवा दिया है.

पढ़ें: कोटा की बेटी अरुंधति ने मुक्केबाजी में अफ्रीका में लहराया तिरंगा, जीता गोल्ड मेडल

इसके अलावा मंगलवार को भी फूड इंस्पेक्टर मौके पर नहीं पहुंचा. इस बात को करीब 19 घंटे होने आए हैं. पुलिस फूड इस्पेक्टर के इंतजार में बैठी हुई है. इधर, पुलिस ने मंगलवार को भी सीएमएचओ से संपर्क किया तो वहां से जवाब मिला कि उनके पास कोई फूड इंस्पेक्टर उपलब्ध नहीं है. जिसे कार्रवाई के लिए भेजा जाए. ऐसे में पुलिस का जाब्ता नकली मावे की निगरानी में तैनात किया हुआ है.

इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामकेश गुर्जर ने बताया कि चित्तौड़गढ़ में अभी एफएसओ नहीं है. पुलिस की ओर से सूचना मिली थी नकली मावा पकड़ने की. जयपुर इस संबंध में अवगत करवा दिया गया है. वहां से एफएसओ को भेजा जाएगा तो वो ही सैंपल ले पाएगा. इधर, जानकार सूत्रों ने बताया है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जयपुर उच्च अधिकारियों को इस बारे में बताया और फूड इंस्पेक्टर भेजने का आग्रह किया था. इस पर मंगलवार सुबह फूड इंस्पेक्टर को जयपुर से चित्तौड़गढ़ नकली मावे का सैंपल लेने के लिए रवाना कर दिया गया है. लेकिन दोपहर तक वह चित्तौड़गढ़ नहीं पहुंचा है. ऐसे में पुलिस फूड इंस्पेक्टर का इंतजार कर रही है.

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