चित्तौड़गढ़. श्रद्धालुओं के आने का क्रम शुक्रवार रात से ही शुरू हो गया था. सांवलिया सेठ (Chittorgarh Sanwaliya Seth Temple) के दर्शन के लिए दूर दराज से लोग यहां लाखों की तादाद में पहुंचे हैं. मंदिर मंडल की और से मंदिर प्रांगण में फूलों व गुब्बारों के माध्यम से भव्य और मनमोहक श्रृंगार किया गया.
नव वर्ष पर अपने प्रभु के दर्शन की परम्परा सी बन गई है. उसी तर्ज पर नए साल के पहले दिन श्री सांवलियाजी मन्दिर में (Sanwaliya Seth Temple On New Year 2022) लोगों का जमावड़ा लग रहा है. नववर्ष की पूर्व संध्या पर ही मंदिर में परिसर में लोग जुटने लगे थे. श्रद्धालुओं का मानना है कि नववर्ष पर सांवलिया सेठ के दर्शन होने से पूर्ण वर्ष आनंद की अनुभूति होती है और आगामी वर्ष शुभ एवं सुखद होता है. सर्दी और कोरोना के प्रकोप का भी असर भक्ति पर पड़ता नहीं दिख रहा है. अपने ईश के दर्शन हेतु श्रद्धालु बढ़ चढ़कर मंदिर का रुख कर रहे हैं.
कोरोना तो है, गाइडलाइन भी फिर भी कुछ ढिलाई ने बनाया काम
कोरोना के नए वैरिएंट्स के बढ़ते खतरे को देखते हुए राजस्थान सरकार ने भी नई गाइडलाइन जारी की है. लेकिन नव वर्ष की पूर्व संध्या में कुछ ढिलाई ने लोगों का काम आसान कर दिया है. बूढ़े, बच्चे और जवान सभी श्रद्धाभक्ति में डूब भगवान के सम्मुख शीश झुकाने आ रहे हैं. मंदिर परिसर की सजावट भी लोगों को खासा आकर्षित कर रही है.
2 लाख ने साल के आखिरी दिन किए दर्शन
नव वर्ष की पूर्व संध्या पर करीब दो लाख श्रद्धालुओं ने श्री सांवलियाजी के दर्शन किए. इसे लेकर मंदिर प्रशासन ने तैयारी पूरी कर रखी है. किसी तरह की अनहोनी को टालने के लिए जगह-जगह पर Volunteers तैनात किए गए हैं. श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो ऐसे प्रयास किए गए हैं. जो श्रद्धालु होटल, गेस्ट हाउस व धर्मशाला में नहीं रुक सकते हैं उनके लिए रैन बसेरे की व्यवस्था भी की गई है, जिससे कि इस सख्त मौसम में उन्हें शारीरिक दिक्कत न सहनी पड़ी.
मोबाइल नेटवर्क जाम
जानकारी में सामने आया है कि श्री सांवलियाजी मंदिर (Chittorgarh Sanwaliya Seth Temple) में श्रद्धालुओं की संख्या इतनी है कि मण्डफिया कस्बे में सभी कंपनियों के मोबाइल नेटवर्क जाम हो गए हैं. लोगों को फोन और इंटरनेट चलाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कॉल ड्रॉप की समस्या से जुझना पड़ रहा है तो वही इंटरनेट स्पीड बहुत धीमी है.