चित्तौड़गढ़. जिले के भटवाड़ा कलां गांव के बाहर मुख्य मार्ग पर सड़क किनारे कंबल और ऊनी कपड़ों में नवजात बच्ची मिली है. नवजात को ग्रामीणों ने महिला एवं बाल चिकित्सालय में भर्ती कराया. बाल कल्याण समिति को मामले की जानकारी दे दी गई है.
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जानकारी के अनुसार अज्ञात लोगों ने भटवाड़ा कला गांव के बाहर सड़क किनारे रविवार को एक नवजात बच्ची को छोड़ दिया. नवजात सड़क किनारे ऊनी वस्त्रों और कंबल में लिपटी हुई थी. नवजात भूख के कारण रो रही थी. तभी पास के मकान में रहने वाले लोगों के नवजात के रोने की आवाज सुनाई दी. जिसके बाद उन्होंने सड़क किनारे जाकर देखा तो नवजात लावारिस पड़ी हुई थी. जिसके बाद गांव के दूसरे लोग भी मौके पर पहुंच गए.
गांव वाले नवजात को अपने घर ले गए और दूध पिलाया. जिसके बाद परिवार ने मामले की सूचना गंगरार पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंची और नवजात के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और मौका मुआयना किया. पुलिस ने नवजात को बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेश दशोरा को सुपुर्द कर दिया. इसके बाद अध्यक्ष रमेश दशोरा ने बालिका को जिला चिकित्सालय परिसर स्थित महिला एवं बाल चिकित्सालय में भर्ती करवाया.
महिला एवं बाल चिकित्सालय की प्रभारी डॉ. जय सिंह मीणा ने बताया कि नवजात पूर्ण रूप से स्वस्थ है. उसका वजन करीब 2 किलो 100 ग्राम है और बालिका 3 से 7 दिन के भीतर की है. उसे 2 दिन के लिए जांच के लिए चिकित्सालय में ही रखा जाएगा.