चित्तौड़गढ़. उदयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित रिठौला चौराहा पर 4 दिन पहले हुए सड़क हादसे के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण हरकत में आ गया है. जिला प्रशासन के निर्देश पर प्राधिकरण की ओर से लक्ष्मीपुरा गांव जाने वाले रास्ते के कट को बंद कर दिया गया है, हालांकि इसके अलावा प्राधिकरण के पास अन्य कोई विकल्प नहीं है, लेकिन इससे गांव के लोगों की मुश्किलें बढ़ने के आसार अधिक दिखाई दे रहे हैं, तो वही सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है.
बता दें कि चौराहे पर ही लक्ष्मीपुरा गांव बसा हुआ है जिसमें उदयपुर से आने वाले लोगों के लिए बकायदा सर्विस लाइन दी गई है. इसके अलावा हाईवे से सीधे गांव आने जाने के लिए खुला स्पेस भी दिया गया था, जिसे इस दुर्घटना के बाद सीमेंट ब्लॉक लगाकर बंद कर दिया गया. वहीं इसके चलते दुर्घटनाएं बढ़ने के साथ ग्रामीणों के सामने नई मुश्किलें खड़ी होने की आशंका बढ़ गई है.
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अब चित्तौड़गढ़ की ओर से लक्ष्मीपुरा आने के लिए ग्रामीणों के सामने कोटा रोड से चौराहा तक पहुंचने और यहां से देवरी के पास करीब 3 किलोमीटर दूर तब तक पहुंचना होगा, उसके बाद ही उसे सर्विस लाइन उपलब्ध हो पाएगी. इसके साथ ही चित्तौड़ से लक्ष्मीपुरा डेयरी के रास्ते से आने पर पूरी तरीके से रॉन्ग साइड होगा. वहीं लक्ष्मीपुरा के बाद उदयपुर रोड की ओर जाने के लिए फिर 3 किलोमीटर के रॉन्ग साइड के अलावा ग्रामीणों को और कोई विकल्प नहीं बचेगा.
स्थानीय निवासी निर्मल सोनी के अनुसार रॉन्ग साइड से उदयपुर की ओर जाने पर दुर्घटनाओं का खतरा और भी बढ़ जाएगा. वहीं चित्तौड़गढ़ की ओर से आने वाले लोगों को 6 किलोमीटर का व्यर्थ ही सफर तय करना पड़ेगा. वहीं इसके स्थान पर प्राधिकरण को चौराहे पर खड़े रहने वाले भारी वाहनों के प्रवेश को रोकने पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि ब्लॉक लगाने से तो गांव के लोगों के सामने अन्य समस्याएं बढ़ जाएंगी.