चित्तौड़गढ़. जोधपुर में बुधवार दोपहर दनादन गोलियां चली. बीच सड़क पर एक गैंगस्टर ने दूसरे गैंगस्टर को घेरकर गोलियों से भून दिया. जोधपुर पुलिस खाली हाथ है, अभी कुछ कर नहीं सकी है. ऐसे में अब चित्तौड़ में गुरुवार को इसी तरह की घटना हुई. भाजपा के कार्यकर्ता को बीच सड़क 10 गोलियां मारी. आठ उसके शरीर से आर पार हो गई. मौके पर ही उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद अब पूरे जिले में दहशत का माहौल है.
वहीं, इस मामले ने दूसरे दिन यानी शुक्रवार को राजनीतिक रंग ले लिया. मृतक के पिता हत्यारों के पकड़े जाने तक शव नहीं उठाने के ऐलान के साथ धरने पर बैठ गए. भारतीय जनता पार्टी भी उनके समर्थन में आ गई. जानकारी के अनुसार घटना के बाद हत्या करने वाले 5 से 6 हत्यारे अलग-अलग दिशाओं में पैदल ही भाग गए. उनकी तलाश के लिए रात से छापेमारी जारी है. मामला निंबाहेड़ा इलाके का है. पुलिस ने बताया कि मृतक का नाम बंटी उर्फ विकास आंजना है. वह 28 साल का था. उसके पिता बापूलाल आंजना भाजपा बूथ अध्यक्ष रह चुके हैं और पिता-पुत्र वर्तमान में भी भाजपा कार्यकर्ता हैं.
पढ़ें- Crime in Jodhpur : हिस्ट्रीशीटर को दिनदहाड़े मारी गोली, फायरिंग से मची अफरा-तफरी
पुलिस ने बताया कि विकास के एक दोस्त ललित की बेटी की मौत हो गई थी. विकास उसका दुख बांटने ही गया था. विकास और उसके दो दोस्त एक ही बाइक पर थे. विकास अपने साथियों के साथ लौट रहा था तो तो निंबाहेड़ा इलाके में उसे घेर लिया गया. विकास के दोनों दोस्त छुप गए, लेकिन वहां घात लगाकर बैठे तीन से चार बदमाशों ने विकास को गोलियों से भून दिया. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
घटना के बाद से विकास के पिता और परिवार के अन्य लोग सदमे में हैं. विकास की शादी कुछ समय पहले हुई थी. उसे एक साल की एक बेटी भी है. उधर, शव लेने से परिजनों ने इंकार कर दिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस घटना को आपसी रंजिश मान रही है.
मंत्री आंजना के खिलाफ मामला दर्ज- मामले में शुक्रवार शाम निंबाहेड़ा कोतवाली पुलिस थाने में परिवाद दर्ज किया गया है. पुलिस ने परिवारी की रिपोर्ट पर सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना और विक्रम आंजना के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर लिया है. मामला दर्ज होने के बाद शव को उठाया. जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि मृतक विकास उर्फ बंटी आंजना के पिता बापूलाल का आरोप था कि मंत्री आंजना के इशारे पर उनके पुत्र की हत्या की गई. आंजना उनके बेटे को कांग्रेस में शामिल करने का दबाव बना रहे थे, इसके लिए विक्रम आंजना को उनके घर पर भेजा था. पिता का आरोप है कि जब विकास उनके घर नहीं गया तो षड्यंत्र रच कर उसकी हत्या कर दी गई. मृतक के भाई घनश्याम ने इस संबंध में निंबाहेड़ा कोतवाली पुलिस थाने में परिवाद भी पेश किया था.
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी भी उनके समर्थन में आ गई और पूर्व मंत्री कृपलानी, जिलाध्यक्ष गौतम दक, नगर अध्यक्ष नितिन चतुर्वेदी, पूर्व विधायक अशोक नवलखा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता निंबाहेड़ा-उदयपुर मार्ग जाम करते हुए धरने पर बैठ गए थे. इस बीच मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्जुन सिंह शेखावत भी निंबाहेड़ा पहुंचे. एसडीएम रमेश सीरवी, पुलिस उपाधीक्षक आशीष कुमार, कोतवाली थाना प्रभारी फूलचंद टेलर, सीआई वीरेंद्र धाकड़, तहसीलदार गोपाल बंजारा सहित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. पुलिस उपाधीक्षक के अनुसार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें भेजी गई हैं. हत्यारे शीघ्र ही हमारे गिरफ्त में होंगे.