चित्तौड़गढ़. जिले के बड़ी सादड़ी नगरपालिका में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की कार्रवाई के बाद से नामजद पालिकाध्यक्ष फरार चल रहा है. पालिकाध्यक्ष की गिरफ्तारी को लेकर जहां बीजेपी ने कार्रवाई की मांग की है. वहीं अब कांग्रेस में भी अध्यक्ष विहीन नगरपालिका में विकास कार्यों को लेकर विरोध होने लगा है. पालिकाध्यक्ष फरार है जबकि इसके साले को एसीबी ने 2 लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था.
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ जिले की बड़ी सादड़ी नगरपालिका के चेयरमेन निर्मल पितलिया के साले कुश शर्मा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर की टीम ने गत 25 मई को 2 लाख की रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. इसके बाद पालिकाध्यक्ष निर्मल पितलिया फरार हो गया.
कार्रवाई के दौरान घर की तलाशी में भी एक पिस्टल मिलने के बाद पुलिस ने आर्म्स एक्ट में भी प्रकरण दर्ज किया था. वहीं एसीबी में भी प्रकरण दर्ज होने के बाद अध्यक्ष की तलाश की जा रही है. लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. इस मामले में भाजपा ने भी गत दिनों एक ज्ञापन सौंपा और कार्रवाई की मांग की थी.
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एक ओर जहां बीजेपी गिरफ्तारी को लेकर सरकार को आड़े हाथों ले रही है वहीं दूसरी ओर अब कांग्रेस में भी विरोध उत्पन्न होने लगा है. अध्यक्ष के नहीं होने के चलते क्षेत्र के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं और अध्यक्ष के मनोनयन की मांग लगातार उठाई जा रही है. इस संबंध में कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल को पत्र भी भेजा था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में बड़ी सादड़ी क्षेत्र में चल रहे कांग्रेस के राजनीतिक गतिरोध की भी आशंका गहराने लगी है. इस पूरे मामले में उपाध्यक्ष मुस्तफा अली बोहरा ने भी अध्यक्ष पद पर मनोनयन की मांग की है.
बर्खास्तगी नहीं हुई तो बड़ी सादड़ी विधायक ने भी उठाए सवाल
जानकारी में सामने आया कि पिछले दिनों जयपुर में मेयर सौम्या गुर्जर के निलंबन को लेकर भाजपा ने पूरे प्रदेश में विरोध किया था. वहीं चित्तौड़गढ़ जिले की बड़ी सादड़ी नगरपालिका में कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष निर्मल पितलिया के खिलाफ एसीबी उदयपुर और बड़ी सादड़ी थाने में प्रकरण दर्ज होकर वांछित है. बड़ी सादड़ी पालिकाध्यक्ष की बर्खास्तगी की कार्रवाई सरकार की ओर से अब तक नहीं की गई है. ऐसे में बड़ी सादड़ी विधायक ललित ओस्तवाल ने भी राज्य सरकार पर सवाल खड़े किए.
इस सम्बंध में पालिकाध्यक्ष ओस्तवाल का कहना है कि गत 26 मई को एसीबी ने कार्रवाई की थी. अभी तक ना सरकार ने गिरफ्तार किया ना ही पुलिस पकड़ पाई. इसके घर में एक पिस्तौल और जिंदा कारतूस भी मिले हैं. सरकार सरासर पक्षपात कर रही है. जबकि जयपुर में सरकार ने बिना करण महापौर को हटा दिया और बड़ी सादड़ी में नहीं हटाया. बड़ी सादड़ी विधायक ने सरकार स आग्रह किया है कि अध्यक्ष को बर्खास्त कर उपाध्यक्ष और किसी पार्षद को चार्ज दे, जिससे कि बड़ी सादड़ी नगरपालिका के काम बाधित नहीं हो.