चितौड़गढ़. शहर में एक परिवार में वृद्धा की मौत होने पर परिवार के सदस्य मृत्युभोज की तैयारी कर रहे थे. इस दौरान शोक जताने पहुंचे चित्तौड़गढ़ विधायक को इस बात का पता चला तो उन्होंने मृत्युभोज नहीं करने के लिए समझाइश की. साथ ही जिस परिवार में वृद्धा का निधन हुआ था. उस परिवार की रिश्तेदारी प्रतापगढ़ विधायक से है. जिन्होंने इसके लिए समझाया. दोनों विधायक की समझाइश के बाद परिवार मृत्युभोज नहीं करने के लिए राजी हुआ है.
मृत्युभोज करने के स्थान पर इस परिवार ने समाज के विकास में एक लाख रुपए देने का निर्णय किया है. जानकारी अनुसार चित्तौड़गढ़ शहर के मीणा मोहल्ला निवासी श्यामलाल, पप्पुराज और शिवराज मीणा की माताजी घीसीबाई ( 85) का देहांत 28 मई को हो गया था. पारिवारिक संबंध होने से प्रतापगढ़ विधायक रामलाल मीणा और चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान आक्या ने पूरे परिवार को समझाइश की और सहमति से मृत्युभोज नहीं करने का निर्णय लिया.
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साथ ही ऐसी कुरीतियों को समाप्त करने का आव्हान किया. ऐसे में परिवार ने मृत्युभोज नहीं करने का निर्णय किया. साथ ही जहां मीणा समाज की जमीन है. वहां 20-20 हजार रुपए देंगे.
इन्होंने झांतला माता की सराय में 20 हजार, नाहरसिंह माता मंदिर कृषि मंडी में 20 हजार, निम्बाहेड़ा अम्बा माता मंदिर के पास पड़ी समाज की जमीन के विकास के लिए 20 हजार रुपए, छोटीसादड़ी में मीनेश मंदिर परिषद की जमीन के विकास के लिए 20 हजार, चित्तौड़गढ़ नगर परिषद बोर्ड में पास छात्रावास की जमीन के लिए मीणा समाज विकास संस्था को 20 हजार रुपए देने का परिवार वालों ने निर्णय लिया. इस निर्णय का सभी समाज के लोगों ने स्वागत किया है.