चित्तौड़गढ़. शहर में गत 30 वर्षों से आयोजित होने वाला मीरा महोत्सव लगातार दूसरे वर्ष भी आयोजित नहीं हो सका. गत वर्ष जहां पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के चलते इस मेले को स्थगित किया गया था, वहीं इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण यह स्थगित किया गया है. मीरा महोत्सव का मुख्य दिवस शनिवार को था. ऐसे में मीरा स्मृति संस्थान के पदाधिकारियों ने दुर्ग स्थित मीरा मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की.
जानकारी के अनुसार मीरा स्मृति संस्थान के बैनर तले यह बड़ा आयोजन पिछले 30 वर्षों से आयोजित हो रहा था. वहीं इस आयोजन की बात की जाए, तो शरद पूर्णिमा पर भक्तमयी मीराबाई की याद में हर वर्ष मीरा महोत्सव का आयोजन होता आ रहा है. मीरा महोत्सव में देश के नामी-गिरामी कई कलाकारों यहां आकर अपनी प्रस्तुतियां देते है और इस बड़े मंच पर प्रस्तुतियां देने के लिए बड़े-बड़े कलाकार इंतजार करते हैं.
देश के नामी-गिरामी कलाकारों के अलावा बड़े-बड़े राजनेताओं ने भी शिरकत की और पिछले 30 वर्षों में मीरा महोत्सव राष्ट्रीय से अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच बनी, लेकिन गत 2 वर्षों से मीरा महोत्सव आयोजित नहीं हो सका. शरद पूर्णिमा के अवसर पर भक्त शिरोमणि मां मीरा की याद में यह महोत्सव मनाया जाता है.
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इसको लेकर चित्तौड़गढ़ में 3 दिन के आयोजन होते हैं. इसमें स्थानीय कलाकारों से लेकर देश के नामी-गिरामी कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देने आते हैं. यहां अनूप जलोटा, अनुराधा पौडवाल, रविन्द्र जैन जैसे कई ऐसे कलाकार जो ख्याति नाम है, वे अपनी प्रस्तुतियां दे चुके है. यहां डेढ़ सौ से अधिक देश के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी है. यहां कई नाटकों का मंचन भी हुआ है.