चित्तौड़गढ़. जिले के बस्सी की काष्ठ कला पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. बस्सी की काष्ठ कला पर रामायण तक बनी हैं, जिस पर यहां के कलाकारों का राष्ट्रीय स्तर तक सम्मान हुआ है. वहीं इन दिनों वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते सभी घरों में बंद हैं. वर्तमान में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते देश और दुनिया में लॉकडाउन किया गया है और कोरोना वायरस संक्रमण से दुनिया भर में हाहाकार मचा है.
ऐसे में प्रशासन जहां बार-बार बीमारी से बचने के लिए उपाय सुझा रहा है और आमजन से घरों में रहने की अपील कर रहा है. इसी बीच बस्सी के कलाकार द्वारिकाप्रसाद ने लकड़ी के ऊपर कोरोना से बचने के उपाय बताते हुए चित्रकारी की है, जिससे उसकी प्रशंसा हो रही है.
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कोरोना से बचने और संक्रमण या बीमार होने की स्थिति में डॉक्टर को दिखाने और आइसोलेशन में रहने संबंधी चित्रकारी क्षेत्र में बहुत लोकप्रिय हुई है. साथ ही ग्रामवासियों ने द्वारिका प्रसाद जांगिड़ की तारीफ की है. कलाकार अभी भी इसे पूरा करने में जुटे हुए हैं. काष्ठ पर चित्रकारी के माध्यम से सोशल डिस्टेंसिंग, कोरोना योद्धाओं आदि को दिखाया गया है. वहीं चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित बस्सी को काष्ठ कला के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है.