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चित्तौड़गढ़ में बरसात से जलाशयों में पानी की आवक, नदी में उफान से पांच घंटे बंद रहा मंगलवाड़-निम्बाहेड़ा मार्ग

चित्तौड़गढ़ में लगातार बारिश (rain in Chittorgarh) के कारण गांगली नदी उफान पर है. इस कारण मंगलवाड़-निंबाहेड़ा स्टेट हाईवे करीब 5 घंटे बंद रहा.

rain in Chittorgarh, Chittorgarh news
चित्तौड़गढ़ में बरसात
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Published : Sep 20, 2021, 5:18 PM IST

Updated : Sep 20, 2021, 10:43 PM IST

चित्तौड़गढ़. जिले में 2 दिन से लगातार बरसात का दौर जारी है. इससे जिले के जलाशयों में पानी की आवक हो रही है. वहीं सोमवार सुबह से जारी बरसात के कारण चित्तौड़गढ़ जिले की गांगली नदी में आए उफान के कारण मंगलवाड़-निंबाहेड़ा स्टेट हाईवे करीब 5 घंटे बंद रहा.

चित्तौड़गढ़ जिले में दो दिन से बरसात का दौर जारी है. सावन में मानसून की मेहरबानी नहीं हुई थी लेकिन भादवा महीने में बरसात से अधिकांश जलाशयों में पानी की आवक हुई है. चित्तौड़गढ़ जिले का सबसे बड़ा बांध गंभीरी बांध अपनी क्षमता के अनुसार 23 फीट भरने के बाद छलक गया है और सोमवार को एक इंच की चादर भी चल रही है. मध्यप्रदेश में भी बरसात के कारण गंभीरी में पानी की आवक हो रही है. इधर, चित्तौड़गढ़ शहर की पेयजल आपूर्ति करने वाले घोसुण्डा बांध में पानी की आवक नहीं हुई है. जिले में सोमवार सुबह से तेज बरसात हो रही थी.

यह भी पढ़ें. Weather Forecast: राजस्थान में मानसून मेहरबान, उदयपुर सहित इन जिलों में बारिश को लेकर Alert

पूरे जिले में अच्छी तेज बारिश के चलते जलाशयों में पानी की आवक हुई है. इससे निम्बाहेड़ा-मंगलवाड़ मेगा हाईवे के पास में खोडीप, निन्नाणा, बामनखेड़ी, टाटरमाला, भगवानपुरा, मंडलाचारण, ढोरिया, देवलखेड़ी, उपरेडा, बंबोरी में लगातार 3 घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई. इसके कारण गांगली नदी में उफान आ गया. इस साल नदी में दूसरी बार उफान आया है. पुलिया के ऊपर 4 फीट पानी बहने से हाइवे पूरी तरह से बंद हो गया.

इस दौरान पुलिस का जाब्ता तैनात रहा. जिससे लोगों को पुलिया पार नहीं करने दिया गया. वहीं जिला का सबसे बड़ा बांध गंभीरी छलक गया है और एक फीट की चादर चल रही है. मंगलवाड़-निम्बाहेड़ा स्टेट हाइवे पर पांच घंटे मार्ग बाधित रहा. वाहनों को बदले हुए रास्ते से भेजा गया. गांगली नदी में उफान के चलते संभावना जताई जा रही है कि घोसुण्डा बांध में भी पानी की आवक होगी.

यह भी पढ़ें. राजस्थान बिजली संकट : मानसून की सक्रियता ने टाला बिजली संकट..8 इकाईयां बंद, फिर भी बिजली की निर्बाध आपूर्ति

निम्बाहेड़ा क्षेत्र में बरसात दो दिन से अच्छी बरसात हो रही है. करीब 2 साल बाद गम्भीरी बांध में पानी की अच्छी आवक के चलते शाम करीब छह बजे एक फीट 3 इंच की चादर चलने लगी हैं. इसके चलते गम्भीरी बांध के 1.5-1.5 मीटर के चार गेट खोल दिए गए हैं. इसके अलावा बस्सी और ओराई बांध में भी चादर चलने लगी है. गम्भीरी बांध के गेट खोलने से बांध का पानी सीधे चित्तौड़ शहर के गभीरी नदी में आता है. गेट खोले जाने के दौरान चित्तौड़गढ़ पुलिस अधीक्षक राजेंद्र गोयल, निम्बाहेड़ा पुलिस उप अधीक्षक सुभाष कुमार, सदर थाना अधिकारी फूलचंद टेलर, तहसीलदार गोपाल बंजारा मौके पर मौजूद रहे. इधर, चित्तौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा क्षेत्र में गत 24 घण्टों में सबसे ज्यादा बरसात दर्ज की गई है.

निम्बाहेड़ा में 101 एमएम बारिश हुई है. जबकि सबसे कम 2 एमएम बरसात बड़ीसादड़ी में दर्ज हुई है. चित्तौड़गढ़ शहर 18 एमएम, गंगरार में 41, कपासन में 36, भूपालसागर में 48, राशमी में 8, बेगूं में 9, रावतभाटा में 3, निम्बाहेड़ा में 101, भदेसर में 34, बड़ीसादड़ी में 2 और डूंगला में 20 एमएम बरसात दर्ज की गई है.

चित्तौड़गढ़. जिले में 2 दिन से लगातार बरसात का दौर जारी है. इससे जिले के जलाशयों में पानी की आवक हो रही है. वहीं सोमवार सुबह से जारी बरसात के कारण चित्तौड़गढ़ जिले की गांगली नदी में आए उफान के कारण मंगलवाड़-निंबाहेड़ा स्टेट हाईवे करीब 5 घंटे बंद रहा.

चित्तौड़गढ़ जिले में दो दिन से बरसात का दौर जारी है. सावन में मानसून की मेहरबानी नहीं हुई थी लेकिन भादवा महीने में बरसात से अधिकांश जलाशयों में पानी की आवक हुई है. चित्तौड़गढ़ जिले का सबसे बड़ा बांध गंभीरी बांध अपनी क्षमता के अनुसार 23 फीट भरने के बाद छलक गया है और सोमवार को एक इंच की चादर भी चल रही है. मध्यप्रदेश में भी बरसात के कारण गंभीरी में पानी की आवक हो रही है. इधर, चित्तौड़गढ़ शहर की पेयजल आपूर्ति करने वाले घोसुण्डा बांध में पानी की आवक नहीं हुई है. जिले में सोमवार सुबह से तेज बरसात हो रही थी.

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पूरे जिले में अच्छी तेज बारिश के चलते जलाशयों में पानी की आवक हुई है. इससे निम्बाहेड़ा-मंगलवाड़ मेगा हाईवे के पास में खोडीप, निन्नाणा, बामनखेड़ी, टाटरमाला, भगवानपुरा, मंडलाचारण, ढोरिया, देवलखेड़ी, उपरेडा, बंबोरी में लगातार 3 घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई. इसके कारण गांगली नदी में उफान आ गया. इस साल नदी में दूसरी बार उफान आया है. पुलिया के ऊपर 4 फीट पानी बहने से हाइवे पूरी तरह से बंद हो गया.

इस दौरान पुलिस का जाब्ता तैनात रहा. जिससे लोगों को पुलिया पार नहीं करने दिया गया. वहीं जिला का सबसे बड़ा बांध गंभीरी छलक गया है और एक फीट की चादर चल रही है. मंगलवाड़-निम्बाहेड़ा स्टेट हाइवे पर पांच घंटे मार्ग बाधित रहा. वाहनों को बदले हुए रास्ते से भेजा गया. गांगली नदी में उफान के चलते संभावना जताई जा रही है कि घोसुण्डा बांध में भी पानी की आवक होगी.

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निम्बाहेड़ा क्षेत्र में बरसात दो दिन से अच्छी बरसात हो रही है. करीब 2 साल बाद गम्भीरी बांध में पानी की अच्छी आवक के चलते शाम करीब छह बजे एक फीट 3 इंच की चादर चलने लगी हैं. इसके चलते गम्भीरी बांध के 1.5-1.5 मीटर के चार गेट खोल दिए गए हैं. इसके अलावा बस्सी और ओराई बांध में भी चादर चलने लगी है. गम्भीरी बांध के गेट खोलने से बांध का पानी सीधे चित्तौड़ शहर के गभीरी नदी में आता है. गेट खोले जाने के दौरान चित्तौड़गढ़ पुलिस अधीक्षक राजेंद्र गोयल, निम्बाहेड़ा पुलिस उप अधीक्षक सुभाष कुमार, सदर थाना अधिकारी फूलचंद टेलर, तहसीलदार गोपाल बंजारा मौके पर मौजूद रहे. इधर, चित्तौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा क्षेत्र में गत 24 घण्टों में सबसे ज्यादा बरसात दर्ज की गई है.

निम्बाहेड़ा में 101 एमएम बारिश हुई है. जबकि सबसे कम 2 एमएम बरसात बड़ीसादड़ी में दर्ज हुई है. चित्तौड़गढ़ शहर 18 एमएम, गंगरार में 41, कपासन में 36, भूपालसागर में 48, राशमी में 8, बेगूं में 9, रावतभाटा में 3, निम्बाहेड़ा में 101, भदेसर में 34, बड़ीसादड़ी में 2 और डूंगला में 20 एमएम बरसात दर्ज की गई है.

Last Updated : Sep 20, 2021, 10:43 PM IST
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