चित्तौड़गढ़. जिले में निंबाहेड़ा स्थित मेवाड के प्रसिद्ध श्री शेषावतार कल्लाजी वेदपीठ और शोध संस्थान और राजस्थान संस्कृत अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में वैदिक विश्वविद्यालय ज्ञशाला में वैश्विक कोरोना से बचाव के लिए विशेष अनुष्ठान किया गया. इस दौरान पुलिस अधीक्षक सरीता सिंह, थानाधिकारी फुल सिंह मीणा के सानिध्य में पूजा-अर्चना की गई.
वहीं, श्रद्धालुओं की ओर से अपने प्रकार के इस पहले आयोजन में विशेष भागीदारी निभाई गई. साथ ही वेदपीठ के आचार्य और बटुकों की ओर से वेदगुरू काशी विश्वनाथ, भगवान आशुतोष के साथ ठाकुर जी का सवा दो लाख महामृत्यूंजय के जाप के साथ एकादश द्रव्यों और नीम गिलोय के साथ महारूद्राभिषेक किया गया.
इस दौरान विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन कैलाश चंद्र मूंदडा, कुलसचिव डॉ. मधुसूदन शर्मा, ज्योतिषाचार्य डॉ. मृत्यूंजय तिवारी सहित अन्य आचार्य और बटुक अनुष्ठान में भागीदारी निभाई.
फसलें गटक रहीं घोसुंडा का पानी, चित्तौड़गढ़ की जलापूर्ति 2 महीने भी मुश्किल..
चित्तौड़गढ़ में पेयजल संकट का खतरा नजर आ रहा है. जहां घोसुंडा बांध शहर की पेयजल आपूर्ति का प्रमुख स्त्रोत माना जाता है, जो धीरे-धीरे खाली होता जा रहा है. विभाग ने भी माना है कि अगर पेटा काश्त को नहीं रोका गया तो अगले 2 महीने तक पानी चलाना भी मुश्किल हो सकता है. इसके साथ ही इस पूरे मामले में अब जिला प्रशासन की भूमिका अहम होती जा रही है.