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Bribe Case in Chittorgarh : 1 लाख रुपये की थी डिमांड, 50 हजार रुपये घूस लेते ACB के हत्थे चढ़ा कनिष्ठ अभियंता - बिल पास करने की एवज में मांगी घूस

चित्तौड़गढ एसीबी ने सोमवार को ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया और एक घूसखोर कनिष्ठ अभियंता को रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर (Junior Engineer trapped in bribe case in Chittorgarh) लिया. एसीबी के अनुसार जल ग्रहण विकास एवं संरक्षण विभाग का आरोपी कनिष्ठ ​अभियंता परिवादी से बिल पास करवाने की एजव में 1 लाख रुपये घूस मांग रहा था. ट्रैप कार्रवाई में वह 50 हजार रुपये लेते धरा गया.

Junior Engineer arrested in bribe case in Chittorgarh
बिल पास करने की एवज में कनिष्ठ अभियंता ने मांगी 1 लाख की घूस, 50 हजार रुपए लेते रंग हा​थ गिरफ्तार
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Published : Aug 1, 2022, 7:16 PM IST

चित्तौड़गढ़. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जल ग्रहण विकास एवं संरक्षण विभाग के एक कनिष्ठ अभियंता को 50 हजार रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया (Junior Engineer arrested in bribe case) है. एसीबी के अनुसार आरोपी ने जल ग्रहण के निर्माण कार्यों के बिल पास करने की एवज में 1 लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी.

कलेक्ट्रेट परिसर में एसीबी चित्तौड़गढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दया लाल चौहान के नेतृत्व में ट्रैप की कार्रवाई की गई. आरोपी ने चार स्थानों पर कराए गए जल ग्रहण संबंधी कार्यों के पेटे 1 लाख रुपये रिश्वत मांगी थी. चौहान ने बताया कि भीलवाड़ा के अनिल कुमार ने गत 22 जुलाई को एसीबी के समक्ष शिकायत दी थी. शिकायती पत्र के अनुसार परिवादी की फर्म ने जल ग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग गंगरार के अधीन आने वाले गंगरार और सोनियाणा ग्राम पंचायत क्षेत्र में चार निर्माण कार्य कराए गए थे. इन कार्यों के बिल पास करने के नाम पर विभाग के गंगरार स्थित कार्यालय के कनिष्ठ अभियंता फूलचंद स्वामी ने कुल बिल 48 लाख 30 हजार रुपये की राशि पर 11 प्रतिशत घूस के रूप में मांगी जा रही थी.

कनिष्ठ अभियंता गिरफ्तार, सुनिए...

पढ़ें: ACB action in Hanumangarh: जिला कलेक्टर कार्यालय का बाबू 2 लाख रुपए की घूस लेते दलाल के साथ गिरफ्तार

गत 19 जुलाई को कनिष्ठ अभियंता के एक लाख रुपये घूस मांगे जाने की शिकायत की पुष्टि भी हो गई. इसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल श्यामलाल, कांस्टेबल मान सिंह, जितेंद्र सिंह, सुनील कुमार और खालिद हुसैन द्वारा सोमवार को कलेक्ट्रेट में इस कार्रवाई के लिए जाल बिछाया गया. जैसे ही परिवादी ने कनिष्ठ अभियंता को 50 हजार रुपये दिए, एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उसके निवास की भी पड़ताल की गई. आरोपी को मंगलवार को उदयपुर स्थित न्यायालय में पेश किया जाएगा.

चित्तौड़गढ़. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जल ग्रहण विकास एवं संरक्षण विभाग के एक कनिष्ठ अभियंता को 50 हजार रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया (Junior Engineer arrested in bribe case) है. एसीबी के अनुसार आरोपी ने जल ग्रहण के निर्माण कार्यों के बिल पास करने की एवज में 1 लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी.

कलेक्ट्रेट परिसर में एसीबी चित्तौड़गढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दया लाल चौहान के नेतृत्व में ट्रैप की कार्रवाई की गई. आरोपी ने चार स्थानों पर कराए गए जल ग्रहण संबंधी कार्यों के पेटे 1 लाख रुपये रिश्वत मांगी थी. चौहान ने बताया कि भीलवाड़ा के अनिल कुमार ने गत 22 जुलाई को एसीबी के समक्ष शिकायत दी थी. शिकायती पत्र के अनुसार परिवादी की फर्म ने जल ग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग गंगरार के अधीन आने वाले गंगरार और सोनियाणा ग्राम पंचायत क्षेत्र में चार निर्माण कार्य कराए गए थे. इन कार्यों के बिल पास करने के नाम पर विभाग के गंगरार स्थित कार्यालय के कनिष्ठ अभियंता फूलचंद स्वामी ने कुल बिल 48 लाख 30 हजार रुपये की राशि पर 11 प्रतिशत घूस के रूप में मांगी जा रही थी.

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गत 19 जुलाई को कनिष्ठ अभियंता के एक लाख रुपये घूस मांगे जाने की शिकायत की पुष्टि भी हो गई. इसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल श्यामलाल, कांस्टेबल मान सिंह, जितेंद्र सिंह, सुनील कुमार और खालिद हुसैन द्वारा सोमवार को कलेक्ट्रेट में इस कार्रवाई के लिए जाल बिछाया गया. जैसे ही परिवादी ने कनिष्ठ अभियंता को 50 हजार रुपये दिए, एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उसके निवास की भी पड़ताल की गई. आरोपी को मंगलवार को उदयपुर स्थित न्यायालय में पेश किया जाएगा.

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