चित्तौड़गढ़. राज्य सरकार ने प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए गुरुवार रात को बैठक में वीकेंड लॉकडाउन का निर्णय किया था. ऐसे में चित्तौड़गढ़ जिले में शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक वीकेंड लॉकडाउन लागू हो रहा है. इसकी जानकारी मिलने पर शुक्रवार को चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय के बाजारों में खरीददारी को लेकर भारी भीड़ जमा रही है. ऐसे में कोरोना का खतरा बढ़ने की आशंका है. जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के बावजूद इस प्रकार की लापरवाही से फिर से कोरोना विस्फोट की आशंका बढ़ गई है.
जानकारी के अनुसार सरकार ने वीकेंड लॉक डाउन की घोषणा गुरुवार देर शाम को की है, जिसकी जानकारी लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से रात को ही हो गई थी. इसकी जानकारी होते ही शुक्रवार को बाजार में भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. बड़ी संख्या में लोग कोरोना गाइडलाइन को दरकिनार करते हुए बाजार में नजर आए. नगर की कई किराना दुकानों में तो ग्राहकों की इतनी अधिक भीड़ रही कि लोगों के लिए खड़े रहना तक मुश्किल हो गया है. इसके अलावा फल और सब्जियों की भी भारी खरीदारी हुई. भीड़ और मांग के चलते कई वस्तुओं के मूल्य बढ़ गई थी. वहीं भारी भीड़ के बावजूद जिला तथा पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी बाजार में नहीं नजर आए. जिला प्रशासन द्वारा कुछ दिनों पूर्व लागू की गई धारा 144 का आदेश तथा व्यापारियों को दिए गए निर्देश धरे के धरे रह गए.
यह भी पढ़ें- मोबाइल पर बात करने से टोका तो भाभी ने की ननद की हत्या
चैत्र में नवरात्रि तथा रामनवमी के साथ ही रमजान भी है. इसमें फलाहारी सामानों के साथ ही साथ फलों की अधिक खपत होती है. शुक्रवार को रमजान का पहला जुम्मा था. ऐसे में दोपहर बाद भीड़ बढ़ गई. वहीं कुछ व्यापारियों ने फिर से लॉकडाउन को मुनाफा का सौदा समझा, जिसकी वजह से लॉकडाउन की जानकारी होते ही सबसे पहले नगर में सब्जियों तथा फलों के दाम बढ़ गए. सोमवार तक 70-80 रुपए किलो तक बिकने वाले अंगूर की कीमतें शनिवार को 100 रुपए प्रति किग्रा हो गई. वहीं आलू और प्याज के दामों में भी 15-20 प्रतिशत की तेजी की गई है.