कपासन (चित्तौड़गढ़). जिले के सांवलिया धाम मुंगाना में वैश्विक महामारी के चलते गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित होने वाला मेवाड़ का सबसे बड़ा गुरु चरण वंदन कार्यक्रम निरस्त हो गया है. हर वर्ष गुरु पूर्णिमा के अवसर पर यहां डेढ़ लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचते थे. वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते जहां विश्व की कई सामाजिक संस्थाए लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव में लगी हुई है, तो मेवाड़ के साधु संत भी इसमें पीछे नहीं है.
मेवाड़ के प्रसिद्व सांवलिया धाम मुंगाना महंत मेवाड़ महामंडलेश्वर श्री चेतनदास जी महाराज ने गुरु पूर्णिमा पर आयोजित होने वाले गुरू चरण वंदन कार्यक्रम के आयोजन पर पाबंदी लगा दी है. महंत श्री चेतनदास जी महाराज ने बताया कि पूरा देश कोरोना महामारी से जुझ रहा है, इसलिए यहां आने वाले लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं से सामाजिक दूरियां रख पाना कठिन कार्य है. इसलिए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम को निरस्त कर दिया गया है.
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आश्रम के संत अनुज दास महाराज ने बताया कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं का आश्रम में प्रवेश करना निषेध होगा. वहीं सभी श्रद्धालु 5 जुलाई को प्रात सवा 9 बजे अपने-अपने घरों पर ही विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर गुरु स्तुती का पाठ करें. साथ ही बाल संत रामपाल के अनुसार आश्रम के सदस्यों द्वारा गुरू चेतनदास जी महाराज के चरण वंदन का कार्यक्रम लाइव होगा. सभी श्रद्धालु सोशल मीडिया द्वारा लाइव अपने घरों पर रह कर देख सकते है.
गौरतलब है कि प्रत्येक गुरु पूर्णिमा को आश्रम में एक से डेढ़ लाख श्रद्धालु गुरु चरण वंदना और कंठी धारण करने के लिए पहुंचते है. जहां आश्रम द्वारा महा भंडारे का भी आयोजन किया जाता है. जिसमें 30 से 35 क्विंटल शक्कर का प्रसाद बना कर श्रद्धालुओं में वितरित किया जाता है. वहीं इस अवसर पर गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश हरियाणा सहीत देश के कई प्रान्तों से श्रद्धालु गुरु पूर्णिमा के अवसर पर यहां पहुंचते है.