चित्तौड़गढ़. जिले की सभी शक्तिपीठों पर घट स्थापना के साथ ही रविवार से 9 दिवसीय शारदीय नवरात्रों की शुरुआत हो गई है. जिसमें सभी शक्तिपीठों पर रविवार सवेरे से ही भक्तों की लंबी- लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं. भक्तों की सुविधाओं के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं.
रविवार से जिले की दुर्ग स्थित विभिन्न शक्तिपीठों कालिका माता, झातला माता, आवरी माता, जोगणिया माता, आसावरा माता, सहित अन्य शक्तिपीठों पर रविवार से घट स्थापना के साथ नौ दिवसीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है. आज पहले दिन दुर्ग स्थित कालिका माता मंदिर पर मध्य रात्रि से ही भक्तों का पैदल जाना प्रारंभ हो गया है. इस दौरान श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध तरीके से माता कालिका के दर्शन किए और महा आरती में शामिल हुए.
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चित्तौड़गढ़ के दुर्ग स्थित कालिका माता मंदिर पहले सूर्य मंदिर था. उसके बाद यहां कालिका माता की मूर्ति स्थापित की गई. यह कालिका माता की मूर्ति चल मूर्ति है. राजा महाराजा जब भी युद्ध में जाते थे तो कालिका माता की मूर्ति को साथ ले जाते थे. ताकि युद्ध में विजय हासिल हो. इसी के चलते चित्तौड़गढ़ के दुर्ग को कभी कोई जीत नहीं सका.