चित्तौड़गढ़. बस्सी कस्बे में रहने वाले रतन लोहार ने बस्सी थाने पर 6 जून को एक रिपोर्ट दी. इसमें बताया कि प्रार्थी के गोदाम में बाइक का भंगार, डिस्पोजल, पार्ट्स और अन्य लोहे का कबाड़ पड़ा हुआ था. इस गोदाम में से सोमवार रात्रि को अज्ञात बदमाश करीब 50 हजार रुपए का कबाड़ चुराकर ले गए हैं.
इस संबंध में बस्सी थाना पुलिस ने चोरी का प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया. इस मामले में पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव की ओर से एक टीम का गठन किया गया. टीम की ओर से कार्रवाई करते हुए बस्सी कस्बे में रहने वाले संदिग्धों को डिटेन कर गहन पूछताछ की गई. इसमें बस्सी थाना के राती तलाई निवासी राजेश उर्फ राजू पुत्र रतन लाल खटीक और इंदिरा कॉलोनी बस्सी निवासी मारुति नंदन पुत्र राजेंद्र सिंह बड़वा के वारदात करना पाया गया. इस पर दोनों से सघन अनुसंधान किया गया. इसमें सामने आया कि आरोपित मारुति नंदन एक पैर से विकलांग होकर इसका अपना निजी ऑटो है. ऑटो में वह बस्सी कस्बे के अलग-अलग अपराधियों को साथ रखता है और चोरी की वारदात करता है.
यह भी पढ़ें: चित्तौड़गढ़: कोरोना महामारी ने वन्यजीवों के मुंह से छीने निवाले, शहरवासियों के भरोसे दुर्ग के जानवर
इस पर पुलिस ने पूछताछ के बाद दोनों आरोपियों से कबाड़ के गोदाम से चोरी गया माल बरामद कर लिया. पुलिस की पूछताछ में दोनों आरोपियों ने गत दिनों पारसोली कस्बे में मोबाइल टावर से करीब 15 किलो तांबे के तार की केबल चोरी करना, नगरी गांव से पानी की दो मोटर, राजगढ़ से बकरे चोरी करने की वारदात कबूली है. पुलिस की पूछताछ जारी है, जिसमें अन्य वारदात खुलने की संभावना है. पुलिस ने मंगलवार को इन्हें न्यायालय में पेश किया, जहां से तीन दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपने के आदेश दिए हैं.
प्रशासन की सख्ती के बावजूद झोलाछाप चिकित्सक कर रहे खिलवाड़
चित्तौड़गढ़ की निम्बाहेड़ा नगरपालिका की कच्ची बस्ती में शिकायत के बाद प्रशासन, पुलिस और चिकित्सा विभाग की संयुक्त टीम ने निजी क्लीनिक पर दबिश दी है. इस पर झोलाछाप डॉक्टर मौके से भाग गया. टीम ने यहां से दवाइयां जब्त कर क्लीनिक को सीज कर दिया है. प्रशासन के पास अवैध क्लीनिक चलने की शिकायत मिली थी. इसकी जानकारी मिलने पर निम्बाहेड़ा खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील कुमार तेली, नायाब तहसीलदार गंगाधर शर्मा, कोतवाली थाने से सब इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी आयुर्वेद विभाग डॉ. कैलाश चन्द्र शर्मा, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. आवेज खान, ड्रग इंस्पेक्टर रामकृष्ण सिंह और मेलनर्स मुकेश उज्जवल की संयुक्त टीम ने क्लिनिक पर छापा मारा.
यह भी पढ़ें: चित्तौड़गढ़: कोरोनाकाल में वसूला गया 1 करोड़ 2 लाख से अधिक का जुर्माना, करीब 80 हजार लोगों के कटे चालान
निम्बाहेड़ा नगरपालिका की कच्ची बस्ती में कोरोना संदिग्ध मरीजों का चोरी छुपे अपने क्लीनिक सिफ़ा दवाखाना में बड़ा कसाई मोहल्ला निवासी समीर मुन्ना खान इलाज करता है. वहीं प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार से उसके क्लीनिक को संचालित करने की अनुमति नहीं दी गई है. ऐसे में टीम ने मौके पर पहुंच कर जांच की. यहां मिली दवाइयां जब्त कर क्लीनिक को सील कर दिया. टीम के आने की भनक लगने पर झोला छाप समीर मुन्ना खान फरार हो गया. इसके खिलाफ चिकित्सा विभाग ने कोतवाली थाने में विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कराया है. इस सम्बंध में ड्रग इंस्पेक्टर रामकृष्ण सिंह ने बताया कि दवा खाने से 10 हजार रुपए की कीमत वाली 34 प्रकार की दवाइयां मिली. इनमें टेबलेट, इंजेक्शन, सिरप व कैप्सूल शामिल है। सभी दवाइयों को जब्त किया गया. साथ ही दवाइयों के नमूने जांच के लिए जुटाए हैं, जिनकी अब लेबोरेट्री में जांच होगी.
कोरोना काल के बीच लगातार चोरी की वारदात
भदेसर थाना अंतर्गत होड़ा गांव में सोमवार रात्रि को अज्ञात चोर ने मकान के पीछे से ईंटें निकाल कर अंदर घुसे औऱ वारदात को अंजाम दिया. चोरों ने यहां रहने वाले बालू माली के मकान को निशाना बनाया. बालू का मकान खेत के किनारे पर बना हुवा है, जिसका चोरों ने फायदा उठाया. खेत की तरफ से अज्ञात चोरों ने मकान के पीछे से ईटें निकाल ली औऱ अंदर घुस गए. यहां एक कमरे में रखी अलमारी ओर कपड़े की पेटियां की तलाशी ली, अलमारी में रखी सोने की नथ चुरा ली. बाद में घर से बाहर जाते समय पास वाले कमरे में सोई बालू माली की पत्नी घीसीबाई के आभूषण खोलने लगे.
यह भी पढ़ें: पिकअप में डेढ़ क्विंटल डोडा चूरा तस्करी करते दो गिरफ्तार
इस ओर घीसी बाई की नींद खुल गई तो उसने विरोध किया. इस पर बदमाश इसके साथ छीना झपटी कर के कानों से सोने के टॉप्स छीन लिए. बाद में वे खेतों की और अंधेरे में भाग. छीना झपटी में घीसीबाई के चोट भी लगी. पीड़िता के चिल्लाने के बाद ग्रामीण एकत्रित हो गए, जिन्होंने आस-पास खेतों में तलाशी ली तब तक चोर भाग छुटे थे. चोरी की जानकारी भदेसर से थाने में दी गई है.