चित्तौड़गढ़. शहर के सेंती में स्थित ब्रह्मपुरी में कोरोना सन्दिग्ध माता-पिता की मृत्यु के बाद जुड़वा भाइयों के सिर से माता-पिता का आश्रय उठ गया. दोनों ही अनाथ बालक शहर के प्रतापनगर में गाड़िया लौहार स्कूल परिसर में संचालित देवनारायण छात्रावास में क्वॉरेंटाइन हैं. इस दौरान पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह जाड़ावत ने सोमवार को इन दोनों ही अनाथ बालकों से भेंट की है. साथ ही आश्वासन दिया है कि उन्हें पूरी तरह स्वस्थ होने पर भुवनेश्वर पूरी सुरक्षा के साथ भिजवाया जाएगा. इसके लिए हवाई जहाज की टिकट भी कराई है.
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़ शहर के सेंती ब्रह्मपुरी निवासी निजी स्कूल की शिक्षिका की शनिवार को मौत हो गई थी. वहीं इनके पति का स्वास्थ्य खराब होने पर जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया था, जहां रविवार को उसकी भी मौत हो गई. ऐसे में इनके दोनों ही जुड़वा पुत्र अनाथ हो गए थे. इन्हें फिलहाल गाड़िया लौहार स्कूल स्थित देवनारायण छात्रावास में क्वॉरेंटाइन क्या हुआ है.
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इस दुखद मामले की जानकारी चित्तौड़गढ़ के पूर्व विधायक एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य सुरेंद्र सिंह जाड़ावत को मिली. इस पर चित्तौड़गढ़ बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेश दशोरा, बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक जेपी अरोड़ा ने क्वॉरेंटाइन किए इन दोनों ही बालकों से पूर्व विधायक को मिलाया. यहां पूर्व विधायक जाड़ावत ने परिवार में हुई गंभीर घटना पर गहरी संवेदना प्रकट की.
पूर्व विधायक ने क्वॉरेंटाइन सेंटर में आवासीय बालकों को आश्वस्त किया है कि वह किसी भी प्रकार से उनकी सुरक्षा में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी. साथ ही यह भी आश्वासन दिया कि दोनों ही बालकों की कोरोना लैब से रिपोर्ट अविलंब मंगवाई जाएगी तथा परिवारजनों के पास भुवनेश्वर पूरी सुरक्षा के साथ भिजवाया जाएगा. इसके लिए हवाई जहाज टिकट भी करवाई है. इस दौरान क्वॉरेंटाइन सेंटर पर एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष महेश गाडरी, युवा कांग्रेस के बाबूलाल गुर्जर भी मौजूद रहे.