चित्तौड़गढ़. जैसे-जैसे वित्तीय वर्ष खत्म होता जा रहा है वैसे-वैसे विद्युत वितरण निगम की बकाया राशि वसूली में तेजी आती जा रही है. रविवार को जिले में बड़ी संख्या में बकाया राशि वाले उपभोक्ताओं के कनेक्शन तक काटे गए. इनमें से कई प्रभावशाली लोग भी शामिल है जिन्हें वसूली टीम के सामने गिड़गिड़ाते भी देखा गया. एक साथ इस कार्रवाई से चित्तौड़गढ़ शहर सहित जिले भर में बिजली के बकायेदार उपभोक्ताओं में हड़कंप मचा नजर आया.
वहीं विद्युत वितरण निगम सूत्रों के अनुसार अलग-अलग टीमों ने निम्बाहेड़ा में 360 कनेक्शन विच्छेद किए और 42 लाख रुपए की वसूली की. बता दें कि कपासन क्षेत्र में 76 कनेक्शन काटे गए, जिसमें इस मौके पर ही 9 लाख रुपए की बकाया राशि वसूली की गई. चित्तौड़गढ़ जिले में करीब 190 कनेक्शन काटते हुए निगम प्रबंधन ने 20 लाख रुपये वसूलने में कामयाब रहा. इसके साथ ही बेगूं क्षेत्र में 115 कनेक्शन विच्छेद किए गए और 9 लाख रुपए की बकाया राशि वसूल की गई.
यह भी पढ़ें: राजस्थान : उपचुनाव को लेकर माकन की आज अहम बैठक, राजनीतिक नियुक्तियों पर चर्चा संभव
वहीं एक तरफ निगम के लिए शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल योजना सिरदर्द बन गई है. अकेले ग्राम पंचायतों में ही लाखों रुपए की बाकियात चल रही है. बता दें कि ग्राम पंचायत शंभूपुरा पर पेयजल योजना के करीब एक करोड़ रुपये, आजोलिया खेड़ा ग्राम पंचायत पर करीब 50 लाख रुपये, रावतभाटा नगर पालिका पर 18 लाख, बड़ीसादड़ी नपा पर 75 लाख रु, निम्बाहेड़ा नपा पर 86 लाख, कपासन नगर पालिका पर भी पेयजल योजना के 55 लाख रुपये बकाया चल रहे हैं.
ऐसे में विद्युत निगम यदि इनके कनेक्शन काट देता है तो पेयजल को लेकर कई इलाकों में हाहाकार मच सकता है. फिलहाल अब विद्युत निगम अन्य बकायादारों से नई रणनीति तैयार कर रहा है.