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चित्तौड़गढ़ः पंचायत चुनाव के पहले चरण में ही अव्यवस्था, धरने पर बैठे चालक - चितौड़गढ़ की खबर

चितौड़गढ़ में 17 जनवरी को पंचायत राज के पहले चरण का मतदान होने वाला है. लेकिन मतदान से पहले ही अव्यवस्थाएं देखने को मिल रही है. दरअसल चुनाव में निर्वाचन दल को लाने और ले जाने के लिए अधिग्रहण किये वाहनों के चालकों को पर्याप्त सुविधा नहीं मिलने की वजह से चालक धरने पर बैठ गए.

पंचायत राज चुनाव,  Panchayat Raj Election,  चितौड़गढ़ में धरने पर बैठे चालक,  Driver sitting on protest in Chittorgarh
पंचायत राज चुनाव
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Published : Jan 7, 2020, 7:19 PM IST

चितौड़गढ़. जिलें में पंचायत राज चुनाव के पहले चरण का 17 जनवरी को मतदान होगा. जिसे लेकर प्रशासन की तरफ से कहा जा रहा है कि सारी व्यव्स्थाएं पूरी हो चुकी है. लेकिन पहले ही चरण में अव्यवस्थाएं देखने को मिली. चुनाव में निर्वाचन दल को लाने और ले जाने के लिए अधिग्रहण किये वाहनों के चालक मंगलवार को विरोध पर उतर गए और धरने पर बैठ गए. वाहन चालकों का आरोप है कि उन्हे चुनाव के कार्य के लिए बुलाया गया लेकिन भोजन, पानी की कोई व्यवस्था नहीं है.

पंचायत राज चुनाव में अव्यव्स्थाओं की वजह से धरने पर बैठे वाहन चालक

जानकारी के अनुसार पहले चरण के लिए मतदान 17 जनवरी को होंगे, जिसकी चुनाव प्रक्रिया आठ जनवरी से शुरू होनी है. पहले चरण में जिले की चार पंचायत समितियों में चुनाव होगा. इनमें निर्वाचन टीम को पहुंचाने के लिए 58 वाहनों का प्रयोग किया जाएगा. निर्वाचन विभाग के निर्देश पर परिवहन विभाग ने कुल 70 वाहनों का अधिग्रहण किया है. जिनमें से 12 वाहन रिजर्व रखे गए.

पढ़ेंः चित्तौड़गढ़ः डॉक्टर और महिला नर्स विवाद की जांच के लिए कपासन पहुंची CID-CB टीम

अधिग्रहण किए गए वाहनों के चालक प्रशासन कि ओर से दी गई व्यवस्थाओं से असंतुष्ट नजर आए और वाहन चालकों ने मंगलवार दोपहर इंदिरा गांधी स्टेडियम के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए. पंचायत राज चुनावों के पहले चरण के लिए वाहनों का अधिग्रहण सोमवार को कर लिया गया. लेकिन वाहन चालक और अन्य कर्मचारियों को पीने के लिए पानी, खाने कि सुविधाएं और कड़ाके कि सर्दी में उन्हें ओढ़ने के लिए भी पर्याप्त साधन भी उपलब्ध नहीं कराये गए.

पढ़ेंः चित्तौड़गढ़ः फोर्ट फेस्टिवल में आकासासिंह के कार्यक्रम के दौरान अराजकत्तवों ने किया बवाल, तोड़ी कुर्सियां

अव्यवस्थाओं से आहत होकर सभी वाहन चालक मंगलवार दोपहर इंदिरा गांधी स्टेडियम के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए. साथ ही चुनाव के बहिष्कार की घोषणा कर दी. चालकों का कहना था कि जब तक उन्हें सुविधाएं मुहैया नहीं कराई जाती वह अपने वाहन को चुनाव की ड्यूटी के लिए इस्तेमाल नहीं करेंगे. चालकों ने अपनी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों तक भी पहुंचा दी. वाहन चालकों का आरोप है कि उन्हें पानी के लिए भी भटकना पड़ा. चुनाव के लिए चितौड़गढ़ सहित अन्य जिलों के वाहनों को अधिग्रहित किया गया था. चालकों का कहना था कि पानी की पांच केन मंगवाई गई. लेकिन वहां तैनात कर्मचारियों ने उसे अपने कब्जे में ले ली. बरहाल निर्वाचन विभाग ने वाहनों का अधिग्रहण तो कर लिया पर सुविधाएं नहीं दी.

चितौड़गढ़. जिलें में पंचायत राज चुनाव के पहले चरण का 17 जनवरी को मतदान होगा. जिसे लेकर प्रशासन की तरफ से कहा जा रहा है कि सारी व्यव्स्थाएं पूरी हो चुकी है. लेकिन पहले ही चरण में अव्यवस्थाएं देखने को मिली. चुनाव में निर्वाचन दल को लाने और ले जाने के लिए अधिग्रहण किये वाहनों के चालक मंगलवार को विरोध पर उतर गए और धरने पर बैठ गए. वाहन चालकों का आरोप है कि उन्हे चुनाव के कार्य के लिए बुलाया गया लेकिन भोजन, पानी की कोई व्यवस्था नहीं है.

पंचायत राज चुनाव में अव्यव्स्थाओं की वजह से धरने पर बैठे वाहन चालक

जानकारी के अनुसार पहले चरण के लिए मतदान 17 जनवरी को होंगे, जिसकी चुनाव प्रक्रिया आठ जनवरी से शुरू होनी है. पहले चरण में जिले की चार पंचायत समितियों में चुनाव होगा. इनमें निर्वाचन टीम को पहुंचाने के लिए 58 वाहनों का प्रयोग किया जाएगा. निर्वाचन विभाग के निर्देश पर परिवहन विभाग ने कुल 70 वाहनों का अधिग्रहण किया है. जिनमें से 12 वाहन रिजर्व रखे गए.

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अधिग्रहण किए गए वाहनों के चालक प्रशासन कि ओर से दी गई व्यवस्थाओं से असंतुष्ट नजर आए और वाहन चालकों ने मंगलवार दोपहर इंदिरा गांधी स्टेडियम के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए. पंचायत राज चुनावों के पहले चरण के लिए वाहनों का अधिग्रहण सोमवार को कर लिया गया. लेकिन वाहन चालक और अन्य कर्मचारियों को पीने के लिए पानी, खाने कि सुविधाएं और कड़ाके कि सर्दी में उन्हें ओढ़ने के लिए भी पर्याप्त साधन भी उपलब्ध नहीं कराये गए.

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अव्यवस्थाओं से आहत होकर सभी वाहन चालक मंगलवार दोपहर इंदिरा गांधी स्टेडियम के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए. साथ ही चुनाव के बहिष्कार की घोषणा कर दी. चालकों का कहना था कि जब तक उन्हें सुविधाएं मुहैया नहीं कराई जाती वह अपने वाहन को चुनाव की ड्यूटी के लिए इस्तेमाल नहीं करेंगे. चालकों ने अपनी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों तक भी पहुंचा दी. वाहन चालकों का आरोप है कि उन्हें पानी के लिए भी भटकना पड़ा. चुनाव के लिए चितौड़गढ़ सहित अन्य जिलों के वाहनों को अधिग्रहित किया गया था. चालकों का कहना था कि पानी की पांच केन मंगवाई गई. लेकिन वहां तैनात कर्मचारियों ने उसे अपने कब्जे में ले ली. बरहाल निर्वाचन विभाग ने वाहनों का अधिग्रहण तो कर लिया पर सुविधाएं नहीं दी.

Intro:चितौड़गढ़। पंचायत राज चुनाव को लेकर पहले ही चरण में अव्यवस्थाएं देखने को मिली है। चुनाव में निर्वाचन दल को लाने व ले जाने के लिए अधिग्रहण किये वाहनों के चालक मंगलवार को विरोध और उतर गए और धरना देकर बैठ गए। वाहन चालकों ने भोजन, पानी आदि की व्यवस्था नहीं होने का आरोप लगाया है। Body:जानकारी के अनुसार पहले चरण के लिए मतदान 17 जनवरी को होना है, जिसकी चुनाव प्रक्रिया आठ जनवरी से शुरू होनी है। पहले चरण में जिले की चार पंचायत समितियों में चुनाव होगा। इनमें निर्वाचन टीम को पहुंचाने के लिए 58 वाहनों का प्रयोग होगा।निर्वाचन विभाग के निर्देश पर परिवहन विभाग ने कुल 70 वाहनों का अधिग्रहण किया है, जिनमें से 12 वाहन रिजर्व रखे गए। अधिग्रहण किए गए वाहनों के चालक प्रशासन द्वारा दी गई व्यवस्थाओं से असंतुष्ट नजर आए और वाहन चालक मंगलवार दोपहर इंदिरा गांधी स्टेडियम के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए। पंचायत राज चुनावों के पहले चरण के लिए वाहनों का अधिग्रहण सोमवार को कर लिया गया पर वाहन के साथ चालक व अन्य कर्मचारियों को और 24 घंटे बीत जाने के बाद भी उन्हें पीने के पानी, खाने कि सुविधाएं नहीं दिए जाने और कड़ाके कि सर्दी के चलते उनके ओढ़ने के लिए पर्याप्त साधन भी उपलब्ध नहीं कराये गए। अव्यवस्थाओं से आहत होकर सभी वाहन चालक मंगलवार दोपहर इंदिरा गांधी स्टेडियम के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए और चुनाव के बहिष्कार की घोषणा कर दी। चालकों का कहना था कि जब तक उन्हें सुविधाएं मुहैया नहीं कराई जाती वह अपने वाहन को चुनाव की ड्यूटी के लिए इस्तेमाल नहीं करेंगे। इन्होंने अपनी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों तक भी पहुंचा दी। वाहन चालकों का आरोप है कि उन्हें पीने के पानी के लिए भी भटकना पड़ा। चुनाव के लिए चितौड़गढ़ सहित अन्य जिलों के वाहनों को अधिग्रहित किया गया था।पानी नहीं मिलने व सर्दी से ड्राइवरों की हालत खराब होने से उन्होंने आक्रोश व्यक्त किया। उनका कहना था कि पानी की पांच केन मंगवाई गई लेकिन वहां तैनात कर्मचारियों ने अपने कब्जे में ले ली। बरहाल निर्वाचन विभाग ने वाहनों का अधिग्रहण तो कर लिया पर सुविधाएं नहीं दी।Conclusion:बाईट - प्रेमचंद खटीक वाहन चालक
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