चित्तौड़गढ़. जिले में रविवार की रात पूरे जिले में मावठ की बारिश हुई है. तेज गर्जना के साथ हुई बारिश से कई क्षेत्रों में फसलों को फायदा पहुंचा. लेकिन रात को चित्तौड़गढ़ शहरी क्षेत्र के आस-पास के इलाकों में ओलावृष्टि भी शुरू हो गई जिसकी वजह से फसलों को नुकसान हुआ है.
फसल नुकसान को लेकर चित्तौड़ दुर्ग के पीछे की तरफ स्थित गांवों के किसानों ने सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर मुआवजे की मांग की है. इस क्षेत्र में आने वाले भाटियों का खेड़ा, गिलुंड आदि क्षेत्र के किसानों ने पूर्व पंचायत समिति सदस्य मोहन सिंह भाटी के नेतृत्व में ज्ञापन दिया है. ज्ञापन में किसानों ने बताया है कि बिन मौसम की बारिश और उसके साथ तेज ओलावृष्टि से गिलुंड के भाटियों का खेड़ा गिलुंड क्षेत्रों में खेतों में खड़ी सरसों, चना, गेहूं, गन्ना और अफीम की फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई है.
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ज्ञापन के माध्यम से राज्य सरकार को फसल खराबे का सर्वे करा उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की है. किसानों का कहना है कि इस वर्ष कम वर्षा और कोरोना वायरस की वजह से पहले ही किसानों को भारी आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में इस ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी.